अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने ऑस्ट्रेलियाई जज जेफ्री केनेट के एक फैसले के बाद ऑस्ट्रेलिया पर सेंसरशिप का आरोप लगाया। केनेट ने कहा, एक्स को दुनियाभर में यूजरों को सिडनी चर्च में एक बिशप को चाकू मारे जाने के वीडियो तक पहुंच नहीं बनाना था। पीएम एंथनी अल्बनीज ने भी मस्क को एक अहंकारी अरबपति बताते हुए उन्हें खुद को कानून से ऊपर मानने वाला बताया।
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में बिशप पर हुए हमले का वीडियो वायरल होने के बाद देश में सामुदायिक तनाव बढ़ गया था। ऑस्ट्रेलियाई कोर्ट ने इस हमले पर टिप्पणी करने वाले कुछ पोस्ट को हाइड करने का आदेश दिया, जिस पर मस्क ने तीखी प्रतिक्रिया दी। कोर्ट फैसले के बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया पर सेंसरशिप का आरोप लगाते हुए कहा, मैं जनता को यह बताने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देना चाहता हूं कि यह मंच एकमात्र सच्चा मंच है। न्यायमूर्ति जेफ्री केनेट ने सभी एक्स यूजरों के फुटेज को बुधवार तक के लिए रोक दिया। इसी दिन स्थायी प्रतिबंध के लिए एक आवेदन पर सुनवाई भी की जाएगी।
अरबपति कारोबारी को खरी-खरी
ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने एक्स के मालिक एलन मस्क पर वीडियो न हटाने को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, सोशल मीडिया कंपनियों को जिम्मेदार होना चाहिए, लेकिन मस्क इस हिंसा से भरी सामग्री को एक्स पर रखने के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, हम इस घमंडी अरबपतिसे निपटने के लिए जो भी जरूरी होगा वह करेंगे।
मस्क ने एक्स खाते पर कार्टून पोस्ट किया। इसमें सड़क में एक कांटा दिखाया है, जिसमें एक रास्ता फ्री स्पीच, सच्चाई की ओर जाता है और दूसरा सेंसरशिप की ओर। मस्क ने पोस्ट किया, मैं जनता को यह बताने के लिए पीएम को धन्यवाद देना चाहता हूं कि यह एक सच्चा मंच है।