कोलकाता के बाबू घाट पर गंगा आरती करने पहुंचे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार सहित सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पार्टी की ओर से मंगलवार शाम कोलकाता के बाजे कदमतला घाट पर गंगा आरती के लिए पुलिस से अनुमति मांगी गई थी। लेकिन गंगासागर तीर्थ यात्रियों की भीड़ और जी-20 सम्मेलन को लेकर प्रतिनिधियों के आवागमन को आधार बनाकर पुलिस ने अनुमति देने से इनकार कर दिया था। दूसरी ओर, मंगलवार दिन में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत ने साफ कर दिया कि वह हर हाल में गंगा आरती करेंगे। यह उनका धार्मिक अधिकार है। इसे ममता बनर्जी रोक नहीं पाएंगी।
मंगलवार उन्हें रोकने के लिए बाजे कदमतला घाट पर सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। वह सीधे बाबूघाट नहीं गए बल्कि वह नेताजी इनडोर स्टेडियम के पास उतर कर पैदल ही बाबूघाट पहुंच गए और गंगा आरती की। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। इस बीच, जैसे ही पुलिस को खबर लगी कि बाबूघाट पर गंगा आरती हो रही है, तो तुरंत पुलिस की टीम वहां पहुंची। सुकांत मजूमदार के साथ मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं को घसीटते हुए पुलिस वाहन में डाला गया। भाजपा कार्यकर्ताओं को घसीट-घसीट कर वहां से हटाया। मजूमदार को भी पुलिस वैन में डालकर लाल बाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय ले जाया गया है।
ममता हिंदू विरोधी: मजूमदार
मजूमदार ने कहा है कि ममता बनर्जी हिंदू विरोधी हैं। हिंदुओं के हर एक पूजा-पाठ त्योहार को रोकना उनकी राजनीति है ताकि अल्पसंख्यक समुदाय को खुश कर सकें और उनका वोट बटोर सकें। इसकी वजह से पश्चिम बंगाल का हिंदू समुदाय प्रताड़ित और दोयम दर्जे का नागरिक बन चुका है।