लोकसभा अध्यक्ष ओम प्रकाश बिड़ला द्वारा कांग्रेस के चार सांसदों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने के एक दिन बाद मंगलवार को विपक्ष के 19 सांसदों को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। महंगाई को लेकर सरकार के खिलाफ विपक्ष के विरोध के बीच अब संसद के दोनों सदनों में मॉनसून सत्र की कार्यवाही के दौरान 23 सांसदों के शामिल होने पर रोक लगा दी गई है।
मंगलवार को उच्च सदन में कार्यवाही की शुरुआत के साथ ही विपक्षी सांसदों ने महंगाई को लेकर अपना विरोध दर्ज करना शुरू किया। सदन के अंदर नारेबाजी करते हुए विपक्षी सांसद वेल के काफी पास आ गए थे। सभापति की ओर से विपक्षी सांसदों को अपनी सीट पर बैठने का बार-बार आग्रह किया गया। जानकारी के अनुसार, बात न मानने पर सभापति ने विपक्ष के सांसदों के खिलाफ ऐक्शन लिया और एक सप्ताह के लिए सदन की कार्यवाही से उन्हें निलंबित कर दिया।
जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उनमें तृणमूल सांसद सुष्मिता देव, मौसम नूर, डॉ शांतनु सेन, डोला सेन, शांतनु सेन, नदीमल हक, अभि रंजन विश्वास और शांता छेत्री तृणमूल कांग्रेस के सांसद हैं जिन्हें निलंबित कर दिया गया है। माकपा के ए.ए. रहीम, लेफ्ट के मोहम्मद अब्दुल्ला और द्रमुक की कनिमोझी भी शामिल हैं।
लोकसभा में चार कांग्रेसी सांसदों पर ऐक्शन
बता दें कि एक दिन पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम प्रकाश बिड़ला ने भी निचले सदन की कार्यवाही के दौरान अभद्र व्यवहार के आरोप में कांग्रेस के चार सांसदों के खिलाफ ऐक्शन लिया था। दो दिनों में सदन की कार्यवाही से विपक्ष के 23 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है।