मिजोरम में एक निजी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी से 150 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में पुलिस ने करीब 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। मिजोरम के पुलिस महानिदेशक अनिल शुक्ला ने बताया कि स्थानीय पांच कार डीलरों से जुड़ा यह घोटाला चार साल से अधिक समय से चल रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पूरे घोटाले का खुलासा तब हुआ, जब 20 मार्च को महिंद्र एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड ने अपने मिजोरम क्षेत्र के व्यापार प्रबंधक जाकिर हुसैन के खिलाफ आइजोल पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। कंपनी ने शिकायत में उन पर वाहन ऋण संवितरण में धोखाधड़ी का आरोप लगाया। हुसैन असम के तेजपुर का निवासी है।
महिंद्रा फाइनेंस लिमिटेड के नाम पर एक फर्जी बैंक खाता खोला
कंपनी की शिकायत के आधार पर अपराध और आर्थिक पुलिस स्टेशन ने एक और मामला दर्ज किया। जांच शुरू हुई तो पता चला कि हुसैन ने कुछ कर्मचारियों की मदद से धोखाधड़ी के पैसे को ठिकाने लगाने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। उन्होंने 2020 में मिजोरम ग्रामीण बैंक की खटला शाखा में महिंद्रा फाइनेंस लिमिटेड के नाम पर एक फर्जी बैंक खाता खोला। पुलिस ने बताया कि हमने 150 करोड़ रुपये की वित्तीय धोखाधड़ी के मामले में मास्टरमाइंड जाकिर हुसैन सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।
जांच के दौरान पता चला कि हुसैन ने फर्जी ग्राहकों को लोन तो स्वीकृत किया लेकिन कभी वाहन नहीं दिया। बल्कि उन्होंने रियायती कीमतों पर उसे बेच दिया। किसी को शक न हो इसलिए आरोपी समय से ईएमआई का भुगतान करते थे। ऑडिट के दौरान वे फाइलों को किसी जानकार के घरों पर रख देते थे। मामले में 26 बैंक खाते, जिनमें 2.5 करोड़ रुपये थे, उन्हें फ्रीज कर दिया गया है।
वहीं, एक अन्य मामले में असम राइफल्स ने शुक्रवार को म्यांमार के एक नागरिक को गिरफ्तार किया है। एक बयान में उन्होंने कहा कि मिजोरम की राजधानी आइजोल से हुई गिरफ्तारी के बाद आरोपी के पास से 8.4 करोड़ रुपये की हेरोइन जब्त की गई है। गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई है। मिजोरम पुलिस के साथ मिलकर असम राइफल्स की संयुक्त टीम ने आइजोल के तुईकुआल उत्तर में छापेमारी की। इस दौरान, म्यांमार के तमू शहर के रहने वाले वनबियाख्निंग के पास से 1.2 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई। हेरोइन 110 साबुन के डिब्बों में छिपाई गई थी, जिसकी कीमत 8.4 करोड़ रुपये आंकी गई है।