जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने शनिवार को कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार को बड़ी पेशकश की है। उन्होंने कहा कि अगर शिवकुमार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं तो वह पूरी कोशिश करेंगे कि उनकी पार्टी के सभी 19 विधायक उनका समर्थन करेंगे।
कुमारस्वामी ने हैरानी जताते हुए कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी को जद (एस) के विधायकों को अपने पाले में लाने की जरूरत क्यों पड़ी, जबकि 224 सदस्यीय विधानसभा में उसके पास पहले से ही 136 विधायक हैं।
उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार को मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जाता रहा है। वह राज्य के उप मुख्यमंत्री और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। कुमारस्वामी की यह प्रतिक्रिया कांग्रेस के इस दावे के बीच आई है कि उनकी पार्टी के कई विधायक देश की सबसे पुरानी पार्टी में शामिल होना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘मैं बाधा क्यों बनूं? हमें एक बात करनी चाहिए। उन्हें (उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार) कल सुबह मुख्यमंत्री बनने दीजिए। मुझे सभी 19 लोगों (जेडीएस विधायक) का समर्थन मिलेगा।’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘उन्हें (कांग्रेस नेताओं को) अनावश्यक रूप से यह क्यों कहना चाहिए कि 10 लोग आ रहे हैं, पांच लोग आ रहे हैं, वे (जद(एस) विधायक) तैयार हैं’ और (पूर्व मंत्री) कृष्णप्पा के नेतृत्व में (जद (एस) विधायकों के साथ) चर्चा पहले ही हो चुकी है। क्या उन्होंने मीडिया के सामने ऐसी बातें नहीं कहीं?’ उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नेता जद (एस) विधायकों के सामने आवेदन के साथ खड़े थे और उनसे कांग्रेस में शामिल होने के लिए कह रहे थे।
कुमारस्वामी के मुताबिक, कांग्रेस नेताओं ने जद (एस) विधायक जी टी देवगौड़ा से संपर्क किया था और उन्हें मंत्री बनाने और ”उनके बेटे के लिए भी कुछ करने” की पेशकश की थी। उन्होंने यह भी दावा किया कि जद (एस) के देवदुर्ग विधायक करीमा और अन्य को भी कांग्रेस से इसी तरह की पेशकश मिली थी। उन्होंने कहा, ‘आप (कांग्रेस की कर्नाटक इकाई) 136 (विधायक) हैं। जब आपके पास विकास कार्य करने के लिए अपने विधायकों के लिए पैसे नहीं हैं तो आप हमें अपनी पार्टी में शामिल होने के लिए कहकर क्या करेंगे?’
हालांकि, कुमारस्वामी ने अपने ही विधायकों पर भरोसा जताते हुए कहा कि कोई भी कांग्रेस में शामिल होने के लिए तैयार नहीं है। जद (एस) ने दावा किया कि राज्य में एक टीसीएम और एक डीसीएम है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, टीसीएम का मतलब टेम्पोरेरी चीफ मिनिस्टर (अस्थायी मुख्यमंत्री) और डीसीएम का मतलब डुप्लीकेट चीफ मिनिस्टर होता है। हाल के दिनों सीएम पद के कई दावेदार पहले ही सामने आ चुके हैं। हमें नहीं पता अगर यह सरकार इतने लंबे समय तक चलती है तो अगले पांच वर्षों में हम कितने मुख्यमंत्री देखेंगे।