कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में फर्जी वैक्सीनेशन कैम्प लगा कर ठगी करने वाले फर्जी आईएएस अधिकारी देवांजन देव के तीन और सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया है। कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) आईपीएस मुरलीधर शर्मा ने शनिवार सुबह यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि 54 वर्षीय सुशांत दास, 31 वर्षीय रविंद्र सीकदार और 44 साल के शांतनु मन्ना को गिरफ्तार किया गया है।
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शांतनु भवानीपुर का रहने वाला है जबकि रोबिन बारासात का और शांतनु तालतला क्षेत्र का निवासी है। रोबिन ने फर्जी आईएएस अधिकारी के नाम पर खाता खोला था। जबकि बाकी लोगों ने राज्य सचिवालय, नगर निगम और अन्य संबंधित विभागों का फर्जी लेटर पैड और हस्ताक्षर तैयार किया था।
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आईपीएस मुरलीधर ने बताया कि देवांजन को लेकर तीन अलग-अलग प्राथमिकी नए सिरे से दर्ज कर ली गई है। एक और मामला कस्बा थाने में ही दर्ज किया गया जिसमें एक प्राइवेट कंपनी ने उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
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देवांजन ने एक कंपनी से 1.2 लख रुपये लिए थे ताकि उसके 172 कर्मचारियों को टीका लगाया जा सके। इसके अलावा एक ठेकेदार से उसने 90 लाख लिया था। ठेकेदार को एक स्टेडियम में ठेका देने का आश्वासन दिया था इसके अलावा एक फार्मा कंपनी से भी उसने चार लाख ले लिए थे ताकि उसे दवा आपूर्ति का ठेका नगर निगम में दिया जा सके।