कल देश के गृह मंत्री अमित शाह ने समाजवादी पार्टी को लेकर आजमगढ़ में एक JAM वाला बयान दिया था और JAM के मतलब भी समझाए थे. अब अमित शाह की उसी टर्मिनॉलजी को सपा प्रमुख अखिलेश यादव अपने तौर पर बताया है और समझाया है कि अमित शाह के जे ए एम यानी JAM के असली अर्थ क्या निकलते हैं.
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अखिलेश यादव ने बताया कि दरअसल भाजपा के JAM का मतलब है, J से झूठ, A से अहंकार और M का मतलब है महंगाई. इसका जवाब भाजपा नहीं दे सकती इसलिए नए नए टर्म ढूंढती हुई फिर रही है. अखिलेश ने कहा कि असल में बीजेपी को अपने जैम का जवाब देना है कि झूठ, अहंकार और महंगाई खत्म करेगी या नहीं.
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उन्होंने कहा कि डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़ गए हैं. पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा है. भाजपा अभी रही, तो हो सकता है कि यह 150 रुपये भी पहुंच जाए. चूंकि चुनाव है, इसलिए नहीं बढ़ा रहे, थोड़ा कम कर रहे हैं. गरीबों का खाना केवल चुनाव तक दे रहे हैं. पहले नवंबर तक था, अब मार्च तक देंगे. दीवाली से होली तक देंगे.
अखिलेश ने कहा कि हम समाजवादी लोग गरीबों को भरोसा दिला कर जा रहे हैं कि हम गरीबों को पूरे पांच साल तक खाना देते रहेंगे. अगर गरीब मदद करेगा तो अगले 10 साल तक खाना देंगे. उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध में कई किसानों की जान चली गई. कोई किसान अपने आप से जीप के नीचे नहीं आ जाता. सरकार परेशान नहीं है. यूपी में सरकार ने किसानों के विरोध को कुचलने की कोशिश की है.
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गौरतलब है कि अमित शाह ने आजमगढ़ में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक जैम (JAM) लाए हैं, जिसमें J का मतलब है जनधन बैंक एकाउंट, A का मतलब है आधार कार्ड और M का मतलब है हर आदमी को मोबाइल. वहीं उन्होंने समाजवादी पार्टी के JAM का अर्थ बताते हुए कहा, “मैंने एक पत्रकार से पूछा ये कौन सा ‘JAM’ लाए हैं, तो उन्होंने कहा आपको मालूम नहीं है, मैंने कहा नहीं मुझे नहीं मालूम. उन्होंने कहा उनके ‘JAM’ का मतलब है- J से जिन्ना, A से आजम खान और M से मुख्तार.