कश्मीर पर चीन के बयान से भारत में है गहरी नाराज़गी, विदेश मंत्री वांग यी से नहीं मिले पीएम मोदी
गत 23 मार्च को इस्लामाबाद में हुई ओआईसी की मंत्रीय बैठक को संबोधित करते हुए चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि कश्मीर पर हमने आज एक बार फिर अपने बहुत से इस्लामी दोस्तों की मांगें सुनीं और इस मामले पर चीन की भी यही इच्छा है। चीन कश्मीर सहित सारे विवादों के हल के लिए इस्लामी देशों की कोशिशों का समर्थन जारी रखेगा।
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चीनी विदेश मंत्री ने यह बयान तब दिया है जब वे इसके बाद भारत का दौरा करने वाले थे। वांग यी पाकिस्तान से काबुल गए और वहां से नई दिल्ली की यात्रा पर पहुंचे जहां उनकी मुलाक़ात भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से हुई मगर भारतीय मीडिया में ख़बर है कि वो भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मिलना चाहते थे मगर प्रधानमंत्री से उनकी मुलाक़ात नहीं हो सकी।
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2020 में लद्दाख़ के इलाक़े में दोनों देशों की सेनाओं की झड़प के बाद यह पहला मौक़ा है कि दोनों देशों के विदेश मंत्री मिले।
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भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने चीनी समकक्ष को बताया कि सीमा पर तनाव और बड़ी संख्या में सैनिकों की उपस्थिति में दोनों देशों के संबंध सामान्य नहीं हो सकते।
एस जयशंकर ने कहा कि कश्मीर के बारे में चीनी विदेश मंत्री के बयान पर भी आपत्ति जताई गई।