भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने आबकारी नीति व अपने मंत्रियों से जुड़े मसलों पर केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार कुछ अपराधियों को बचाने के लिए जनता के पैसे को वकीलों की फीस में बर्बाद कर रही है। केजरीवाल ने सिर्फ पिछले आठ महीनों में एक वकील को 18 करोड़ 97 लाख रुपये और दूसरे वकील को पांच करोड़ रुपये केस लड़ने के लिए दिए हैं।
प्रदेश कार्यालय में सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में प्रवेश वर्मा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल हमेशा भाजपा और कांग्रेस को एक करार देते थे, लेकिन आज आबकारी नीति का मुकदमा लड़ने के लिए उन्होंने कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी को चुना है। वहीं केजरीवाल सरकार पहले एक ऐसी नीति बनाई जिसके तहत कई करोड़ रुपये का घोटाला किया गया और अब उस घोटाले को छिपाने व अपने नेताओं को जेल जाने से रोकने के लिए वकीलों पर करोड़ रुपये पानी की तरह बहाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल जब से दिल्ली सरकार में आए हैं तब से अब तक प्रचार का बजट 4200 प्रतिशत बढ़ गया है, मगर दिल्ली में अस्पतालों और स्कूलों की संख्या नहीं बढ़ी है। वहीं केजरीवाल अपने घर में स्वीमिंग पुल पर 21 करोड़ रुपये लगा रहे हैं।