कांग्रेस के दिग्गज नेता पी.चिदंबरम ने रविवार को ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘माना कि बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुई हैं’, लेकिन क्या इन राज्यों की घटनाओं की तुलना ‘मणिपुर में जारी हिंसा’ से की जा सकती है?
चिदंबरम ने ट्वीट कर लिखा कि मान लीजिए कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में हुईं. इसकी तुलना मणिपुर में जारी हिंसा से कैसे की जा सकती है. क्या घाटी में कोई कुकीज़ बची हैं? क्या चुराचंदपुर और मणिपुर के अन्य पहाड़ी जिलों में कोई मेइती बचा है? चिदंबरम ने कहा कि अगर रिपोर्ट सही है तो मणिपुर में जातीय सफाया लगभग पूरा हो चुका है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मणिपुर में संवैधानिक सरकार का पतन हो गया है. मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों की कमान उनके घरों और कार्यालयों से आगे नहीं बढ़ती है… केंद्र सरकार न केवल अक्षम और पक्षपातपूर्ण रही है, बल्कि घृणित तुलनाओं की धुंधली स्क्रीन के पीछे छिपने में भी वह संवेदनहीन और संवेदनहीन रही है।
उन्होंने कहा कि अगर बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में सख्त कार्रवाई की जरूरत है तो राज्य सरकारों को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश जरूर दें, लेकिन इससे मणिपुर में हुई बर्बरता को माफ नहीं किया जा सकता. मणिपुर की सरकार गिर गई है. भारत सरकार स्वप्रेरित कोमा में है।