आर्थिक बदहाली झेल रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शऱीफ ने बुधवार को भारत के साथ वार्ता को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि वे भारत के साथ सभी लंबित मुद्दों पर वार्ता करना चाहते हैं। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि युद्ध कोई विकल्प नहीं है। वहीं, अब भारत ने उनके इस बयान पर प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस मुद्दे पर रुख साफ करते हुए कहा कि हमने रिपोर्टें देखी हैं। भारत का रुख इस बात पर कायम है कि हम सभी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध चाहते हैं…लेकिन इसके लिए आतंक और शत्रुता से मुक्त वातावरण जरूरी है।
दैनिक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बच्ची अरिहा शाह के मामले और हरियाणा में हुई घटना को लेकर अमेरिकी विदेश विभाग की टिप्पणी के साथ ही राजस्थान की अंजू के पाकिस्तान जाने और पाकिस्तान की सीमा हैदर के भारत आने के मामले में भी प्रतिक्रिया दी है।
BRICS पर भारत का रुख किया साफ
इस दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने BRICS पर भारत की स्थिति भी साफ की। उन्होंने कहा कि हमने पहले भी अपनी स्थिति स्पष्ट की है। BRICS सदस्य आंतरिक रूप से BRICS विस्तार के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों, मानकों, मानदंडों और प्रक्रियाओं पर चर्चा कर रहे हैं। यह बिल्कुल सच नहीं है कि भारत को विस्तार को लेकर कुछ आपत्तियां हैं।
बच्ची अरिहा शाह के मामले पर कही यह बात
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बच्ची अरिहा शाह के मामले पर भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हम इस मामले को उच्च प्राथमिकता के आधार पर देख रहे हैं। हमने इस संबंध में इस सप्ताह जर्मन राजदूत को बुलाया है। हमने जर्मन अधिकारियों से बच्ची को जल्द से जल्द वापस लाने के लिए कहा है। हम जर्मन अधिकारियों के संपर्क में हैं।
हरियाणा की घटना पर अमेरिकी विदेश विभाग की टिप्पणी पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि आप हिंसा रोकने और शांति बहाल करने के लिए स्थानीय अधिकारियों द्वारा उठाए गए कदमों से अवगत हैं। हमने जो विदेश विभाग की टिप्पणियां देखीं, वे भी उसी का उल्लेख करती हैं। हम सामान्य स्थिति और शांति की पुन: बहाली देखना चाहते हैं।