भाजपा ने राहुल गांधी के चीन के भारत पर अतिक्रमण करने वाले आरोप को निराधार और बेतुका बताकर खारिज कर दिया। उन्होंने दावा किया है कि विपक्षी पार्टी ने बीजिंग के साथ डील कर ऐतिहासिक अक्षम्य अपराध किया है।
भाजपा के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के चुनिंदा कार्यों का हवाला देते हुए कहा कि उनकी सरकार (कांग्रेस) ने साल 1952 में भूख से मर रही चीनी सेना के लिए 3,500 टन चावल भेजा था। उन्होंने कांग्रेस को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ किए गए समझौते की रिपोर्ट भी मांगी है।
प्रेस कॉन्फेरेंस को संबोधित करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि जब चीन के साथ भारत का तनाव शुरू हो रहा था तब चीनी सेनाओं के लिए चावल भेजना केवल एक गलती नहीं बल्कि एक ऐतिहासिक अक्षम्य अपराध था।
उन्होंने राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘गांधी को चीन के बारे में आधारहीन और बेतुकी टिप्पणियाँ करने की आदत है। भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि वह भारत, यहां के लोगों और आरएसएस के बारे में भी टिप्पणियां करते रहते हैं। डोकलाम संकट के दौरान भी वह चीनी राजदूतों से मिलते थे।’
भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने भारत के सैन्य, राजनयिक और आर्थिक मामलों से निपटने में सफलता हासिल की है। कांग्रेस देश को कमजोर बनाने की कोशिश कर रही है। उन्हें भाजपा से सीखना चाहिए, जिन्होंने पड़ोसियों (चाहे पाकिस्तान हो या चीन) से जुड़े संकट के दौरान तत्कालीन सरकारों का समर्थन किया।
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेसी सरकार आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली पाकिस्तान को दंडित करने से इनकार कर दिया था, क्योंकि उन्हें ऐसा लगता था कि इससे शांति वार्ता को नुकसान हो सकता है। यूपीए सरकार के दौरान हमेशा आतंकवादी हमले होते रहे हैं।’
सीमा विवाद पर भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने लद्दाख के लोगों से कह रहे हैं कि चीन ने हमारे जमीन पर कब्जा कर लिया है और प्रधानमंत्री द्वारा किए गए दावे कि एक इंच भी जमीन पर कब्जा नहीं हुआ है, गलत है।
सुधांशु त्रिवेदी ने द कश्मीर फाइल्स को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर विपक्ष की आलोचनाओं का मजाक उड़ाते हुए कहा, जूरी ने इसकी चयन किया है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए खड़े लोगों को इसका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्ष मुस्लिम समुदाय को अपराध और आतंकवाद से जोड़ता है, जिस वजह से उन्हें सच्चे मुसलमान बिलकुल भी पसंद नहीं करते हैं। कांग्रेस के इस तरह के रुख से भारत और मुसलमानों को नुकसान पहुंचता है।