सरकारी अस्पतालों में उचित इलाज के अभाव में तीन महिलाओं की मौत को लेकर महाराष्ट्र विधानसभा की कार्यवाही में जमकर हंगामा हुई। विपक्षी विधायकों ने शीतकालीन सत्र की कार्रवाई के दौरान जोरदार हंगामा किया। स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सांवत के जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर विपक्षी विधायकों ने सदन से वॉक आउट किया।
सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों ने बुधवार को महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग पर निशाना साधा। विधानसभा में विपक्षी विधायकों ने दावा किया कि सरकारी अस्पतालों में उचित इलाज के अभाव में तीन महिलाओं की मौत हो गई। बता दें प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक वर्षा गायकवाड़ ने गढ़चिरौली जिले की दो महिलाओं और बुलढाणा की एक अन्य महिला की मौत का मुद्दा उठाया था। हालांकि सत्तारूढ़ शिवसेना के विधायक संजय गायकवाड़ ने स्वास्थ्य विभाग पर जमकर हमला बोला।
सवालों पर जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री सांवत ने कहा कि मैं तीन महिलाओं की मौत की जांच के लिए एक अतिरिक्त मुख्य सचिव नियुक्त करूंगा। मैं एसीएस को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए 15 दिनों की समय सीमा दूंगा। हालांकि, सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों के साथ-साथ विपक्षी नेताओं ने कहा कि मंत्री का जवाब संतोषजनक नहीं था।
विपक्ष नेता विजय वड्डेटीवार का हमला
विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, स्वास्थ्य मंत्रालय के कामकाज का यह तरीका अस्वीकार्य है। लोग मर रहे हैं लेकिन सरकार की ओर से कोई गंभीरता नहीं दिख रही है। हम इसकी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ एक जांच समिति नियुक्त करना पर्याप्त नहीं है और उन्होंने मामले की विस्तृत जांच के साथ-साथ संबंधित डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वडेट्टीवार ने कहा कि उन्होंने सदन में इस मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की भी मांग की।