मौसम में लगातार बदलाव का दौर चल रहा है। दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी और तमिलनाडु तट से दूर पूर्वोत्तर श्रीलंका के आस-पास के क्षेत्रों में अच्छी तरह से निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसकी वजह से एक बार फिर से तेज बारिश का दौर देखा जा रहा है। उत्तर के पहाड़ी राज्यों में जहां बर्फबारी की वजह से मौसम बदला है तो वहीं, दक्षिण के राज्यों में भारी बारिश ने लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कर दी हैं। मौसम विभाग ने भारी बरसात की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग (IMD) के रोजाना जारी होने वाले अपडेट के अनुसार, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, रायलसीमा, आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तटीय इलाकों, केरल और माहे में 11 से 13 नवंबर के बीच भारी बरसात होने वाली है। यानी कि तीन दिनों तक इन राज्यों में लोगों को भारी बारिश का सामना करना होगा। IMD के मुताबिक, उत्तर तटीय तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल और आसपास के क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है; उत्तर आंतरिक तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होगी।
मछुआरों को तटों पर नहीं जाने की सलाह
11 नवंबर को दक्षिण तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने जा रही है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 11-12 नवंबर के दौरान दक्षिणी आंध्र प्रदेश-तमिलनाडु-पुडुचेरी-श्रीलंका तटों, मन्नार की खाड़ी और आसपास के कोमोरिन क्षेत्र के साथ-साथ बंगाल की दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य खाड़ी में न जाएं। इसके अलावा, 13-14 नवंबर के दौरान दक्षिण-पूर्व और उससे सटे पूर्व-मध्य अरब सागर और केरल तट, लक्षद्वीप क्षेत्र, मालदीव के तटों पर मछुआरों को नहीं जाने की सलाह दी गई है।
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस से पहाड़ी राज्यों में भारी बर्फबारी
वहीं, पहाड़ी राज्यों पर 13 नवंबर से फिर से नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस देखने को मिल सकता है। इसके चलते जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में 13 और 14 नवंबर को बर्फबारी और बारिश देखने को मिलेगी। इससे तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा सकती है। वहीं, 16 नवंबर के आसपास साउथईस्ट बंगाल की खाड़ी और उससे सटे अंडमान सागर के ऊपर एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।