संसद में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा सदन में बुधवार को एक घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को होश उड़ा दिया हैं। लोकसभा कार्यवाही के दौरान सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया है। दर्शक दीर्घा में बैठे दो लोगों ने सभी को उस वक्त चौंका दिया, जब वे अचानक वहां से कूदकर सांसदों के बीच जा पहुंचे। इस दौरान आरोपियों ने जमकर हंगामा किया। दोपहर को सदन के भीतर मौजूद दो आरोपियों में से एक आरोपी सासंदों की सीट पर जा पहुंचा। इस घटना को देखकर वहां पर मौजूद सासंदों और सुरक्षा कर्मियों के हाथ पांव फूल गए। आरोपी ने वहां मौजूद सांसदों की सीट पर हंगामे के दौरान ‘कलर स्मॉग’ छोड़ दिया। जिसके बाद सदन में अफरातफरी का मौहाल बन गया था। सभी सांसद अपनी-अपनी जगहों से हट गए। हालांकि एक आरोपी को वहां मौजूद सांसदों और सुरक्षा कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद पकड़ लिया और जमकर धुनाई की।
मामले की गंभीरता को देखते हुए लोकसभा महासचिव ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया कि अगले आदेश तक दर्शन दीर्घा के लिए कोई भी पास जारी नहीं करने का निर्णय लिया गया है। सूत्रों की मानें तो स्पीकर ओम बिरला ने सांसदों के निजी सहायकों को पास जारी करने से संबंधित मामले की भी जिम्मेदारी संभाल ली है।
ओम बिरला ने उच्च स्तरीय जांच के दिए आदेश
संसद की सुरक्षा में चूक को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अपराधियों को पकड़ने के लिए लोकसभा सदस्यों, सुरक्षा कर्मियों, चैंबर स्टाफ, मार्शलों की सराहना की है। घटना के बाद कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह की घटना चिंता का विषय है। हम इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संसद में मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था की व्यापक समीक्षा की जाएगी।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुलाई थी सर्वदलीय बैठक
घटना के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सुरक्षा में चूक मामले पर सर्वदलीय बैठक बुलाई। जिसमें कई विपक्षी दल भी शामिल थे। इस दौरान ओम बिरला ने घटना की जानकारी से अवगत कराया। सर्वदलीय बैठक में टीएमसी सांसद ने भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा पर कार्रवाई की मांग की है। बता दें सांसद प्रताप सिम्हा ने ही आरोपियों को कार्यवाही देखने के लिए पास जारी किया था। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सदस्यों ने अध्यक्ष के साथ बैठक के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में कई खामियों को उजागर किया। गौरतलब है की 2001 में हुए संसद पर आतंकी हमले की 22 वीं बरसी पर एक बार भी बड़ी सुरक्षा चूक दिखाई थी। जब लोकसभा में शून्यकाल के दौरान दो व्यक्ति दर्शक दीर्घा से कूदकर सांसदों के बीच जा पहुंचे थे।
सांसदों की सीट पर छोड़ा ‘कलर स्मॉग’- कार्ति
पूरी घटनाक्रम को याद करते हुए कांग्रेस सांसद कार्ति चिंदबरम ने कहा लोकसभा में कार्यवाही के दौरान सुरक्षा घेरे को लांघ कर अचानक दो लोग दर्शन दीर्घा से कूदकर सांसदों की सीट पर जा पहुंचे। उनके हाथ में कलर स्मॉग छोड़ा था, जिसे उन्होंने अचानक छोड़ दिया। इस दौरान दो लोगों ने जमकर हंगामा किया और नारेबाजी की। हंगामे के बीच कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। यह घटना उस दौरान हुई जब भाजपा सांसद अपना मुद्दा उठा रहे थे। बता दें जिस वक्त लोकसभा सदन में दो व्यक्ति सांसदों के बीच पहुंचकर हंगामा कर रहे थे, उसी दौरान संसद परिसर के बाहर एक महिला समेत दो व्यक्तियों ने रंगीन गैस का छिड़काव किया, नारेबाजी की।
सांसद प्रताप सिम्हा ने जारी किए थे आरोपियों को ‘पास’
भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के आदेश पर बुधवार को तीन पास जारी किए गए। सूत्रों के मुताबिक कहा गया कि एक महिला को वापस लौटा दिया गया था, क्योंकि वह अपने बच्चे के साथ आई थी। हालांकि महिला का दोनों आरोपियों से कोई संबंध नहीं था। बताया जा रहा है आरोपी मनोरंजन लगातार तीन माह से ‘पास’ के लिए सांसद सिम्हा और उनके कार्यालय का चक्कर लगा रहा था। पूरे मामले पर सांसद सिम्हा के कार्यालय ने कहा कि सांसद आमतौर पर अपने निर्वाचन क्षेत्र के सदस्यों के ऐसे अनुरोधों पर विचार करते हैं।
क्या है मामला
लोकसभा सदन में गुरुवार दोपहर उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब सदन में मौजूद दर्शन दीर्घा से दो व्यक्ति कार्यवाही के दौरान सांसदों के बीच कूद गए। इस दौरान आरोपियों द्वारा कलर स्मॉग सदन के भीतर छोड़ा गया। सांसदों की सीट पर जाकर आरोपी द्वारा हंगामा किया। उस दौरान मौजूद सांसदों, सुरक्षा कर्मियों ने आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस ने मामले में पांच आरोपियों को हिरासत में ले लिया है, जब एक आरोपी की तलाश जारी है।