कोलकाता। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के दो विधायकों पर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हमला किया। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि मीनाखान से टीएमसी विधायक उषा रानी मंडल को बृहस्पतिवार रात काली पूजा पंडाल से लौटते समय हरोआ इलाके में कथित तौर पर 100 से 150 लोगों ने घेर लिया। इसमें उन्हें मामूली चोटें आईं।
टीएमसी विधायक उषा रानी मंडल ने पुलिस को बताया कि मुझे जबरन वाहन से बाहर निकाला गया और हमला किया गया। इस दौरान कई राउंड गोलियां भी चलाई गईं। उन्होंने दावा किया कि यह हमला पार्टी के ही एक नेता ने कराया, जिसे लोकसभा चुनाव से पहले अवैध गतिविधियों के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।
एक अन्य घटना में, संदेशखाली से टीएमसी विधायक सुकुमार महाता पर नाजत में काली पूजा कार्यक्रम से लौटते समय हमला हुआ। उन्होंने दावा किया कि बदमाशों ने मेरी पार्टी के कुछ सदस्यों पर हमला कर मुझे घायल कर दिया, जिनमें से एक को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
पूजा कार्यक्रम से लौट रहे थे विधायक
उन्होंने बताया कि जब मैं काली पूजा पंडाल का उद्घाटन कर घर लौट रहा था, तो कुछ बदमाशों ने मेरी गाड़ी पर हमला किया। मेरी गाड़ी के पीछे चल रहे हमारे कुछ कार्यकर्ताओं की पिटाई की गई और एक को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध गतिविधियों के कारण दरकिनार किया गया एक प्रतिद्वंद्वी गुट इस हमले के लिए जिम्मेदार है।
पुलिस ने दोनों घटनाओं की जांच शुरू कर दी है। अब तक कम से कम दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य की तलाश जारी है। संदेशखाली और मीनाखान के क्षेत्रों में इस वर्ष की शुरुआत में अशांति देखी गई थी। ग्रामीण महिलाएं स्थानीय टीएमसी नेता शेख शाहजहां और उसके सहयोगियों पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए सड़कों पर उतर आई थीं।