तालेबान के हमलों के भय से अफ़ग़ानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने चेतावनी जारी की है जबकि अमरीका ने इस ख़तरे के दृष्टिगत अपने दूतावास से आपातकालीन निकासी आरंभ कर दी है।
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अफ़ग़ानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा है कि हालिया दिनों में तालेबान के हमलों में तेज़ी आई है। इस बयान में यह भी कहा गया है कि तालेबान अपने किसी भी वचन का पालन नही कर रहे हैं जिससे देश में शांति के लिए ख़तरा उत्पन्न होता जा रहा है।
इसी बीच वाॅल स्ट्रीट जनरल ने लिखा है कि तालेबान के हमलों के डर और अफ़ग़ानिस्तान में अशांति के भय के दृष्टिगत अमरीका ने काबुल में अपने दूतावास से आपातकालीन निकासी शुरू कर दी है।
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अमरीका ने अफ़ग़ानिस्तान में अपनी 20 वर्षों की उपस्थिति के बाद कल काबुल के निकट स्थित बगराम सैन्य छावनी को ख़ाली कर दिया। इसके बाद अब वाशिग्टन ने, काबुल में मौजूद अपने दूतावास से आपातकालीन निकासी शुरू कर दी है।
वाॅल स्ट्रीट जरनल के अनुसार अफ़ग़ानिस्तान में विदेशी सैनिकों की सबसे बड़ी सैन्य छावनी से सारे विदेशी सैनिक जा चुके हैं एसे में अमरीकी अधिकारी काबुल में मौजूद अपने दूतावास को लेकर चिंतित हैं।
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अमरीकी अधिकारियों का कहना है कि काबुल से दूतावास से आपातकालीन निकासी का कार्यक्रम पूरी तरह से गोपनीय है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अमरीका ने काबुल हवाई अड्डे के निकट अपने कई हैलिकाप्टर तैनात किये हैं ताकि आपातकालीन स्थिति में उनका प्रयोग किया जा सके।