इस्राईल के अपराधों पर पर्दा डालतीं सोशल मीडिया साइटें! अमेरिकी सोशल मीडिया साइट्स फेसबुक और इंस्टाग्राम ने एक संयुक्त कार्यवाही में ज़ायोनी शासन के जघन्य अपारधों का समर्थन करते हुए फ़िलिस्तीनियों के समर्थन में की जाने वाली पोस्टों और उन वीडियों एवं तस्वीरों को हटाना शुरू कर दिया है जो इस्राईल के अपराधों का बयान करती हैं।
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समाचार एजेंसी इर्ना की रिपोर्ट के मुताबिक़, अमेरिका की सोशल मीडिया साइट्स फेसबुक और इंस्टाग्राम ने फ़िलिस्तीनियों के समर्थन वाली पोस्टों और बैतुल मुक़द्दस एवं गज़्ज़ा में इस्राईल द्वारा किए जाने वाले नरसंहार और अपराधों की तस्वीरों और वीडियोज़ को यह कहकर डिलीट करना शुरू कर दिया है कि इससे नफ़रत फैलाई जा रही है। फेसबुक और इंस्टाग्राम के यूज़र्स के अनुसार, दोनों समाजिक नेटवर्कों ने व्यापक सेंसरशिप शुरू की है, ताकि इस्राईल के अपराधों को छिपाया जा सके और दुनिया के सामने ज़ायोनी शासन का वास्तविक चेहरा ज़ाहिर न हो ?
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उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में, ज़ायोनी शासन ने बैतुल मुक़द्दस और गज्ज़ा में जघन्य अपराध अंजाम दिए हैं। मस्जिदुल अक़्सा और उसके आस-पास के इलाक़े विशेष रूप से बाबुल अमूद हाल के दिनों में आतंकी ज़ायोनी सैनिकों के अत्याचार का साक्षी रहा है। इस बीच बैतुल मुक़द्दस शहर के लोगों ने घोषणा की है कि, वह इस बात की कभी इजाज़त नहीं देंगे कि इस्राईल बैतुल मुक़द्दस का यहूदीकरण करे और मस्जिदुल अक़्सा का समय और स्थान अनुसार विभाजन करे।
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