गुजरात के राजकोट में गेम जोन में हुआ अग्निकांड पीड़ित परिवारों को जीवन भर का दर्द दे गया है। इस भीषण अग्निकांड में किसी परिवार के पांच सदस्यों की जान चली गई तो एक नवविवाहित जोड़ा भी इस हादसे में जान गंवा बैठा। शनिवार की शाम को राजकोट का जडेजा परिवार उस वक्त नाना मावा स्थित गेम जोन में मौजूद था, जब वहां भीषण आग लग गई। इस हादसे में 27 लोगों की जान चली गई।
देवीकाबा जडेजा ने बताया कि जब गेम जोन में आग लगी तो उसके पिता विरेंद्र सिंह जडेजा (42 वर्षीय) उसके भाई और तीन अन्य रिश्तेदारों को बचाने के लिए गेम जोन की पहली मंजिल पर गए थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। जडेजा परिवार के मृतकों में तीन 10-15 साल के बच्चे शामिल हैं। देवीकाबा ने बताया कि ‘मेरे पिता, भाई और मेरे चाचा का परिवार गेम जोन गया था। हम लोग रेस्तरां में थे, जब मेरे दो भाई और बहन गेम जोन के पहले फ्लोर पर ट्रैंपोलिन गेम खेलने चले गए। उसी दौरान आग लग गई। इस पर मेरे पिता और चाचा बच्चों को बचाने गेम जोन में गए, लेकिन तभी वहां तेज धमाका हुआ और कोई भी नहीं बच सका।’
मृतकों में नवविवाहित जोड़ा भी शामिल
देवीकाबा ने दावा किया कि गेम जोन में आग से बचाव के कोई उपकरण या फायर अलार्म नहीं थे। अन्य पीड़ितों में एक नवविवाहित जोड़ा भी है। विवेक (26) और खुशाली दुसारा (24) और उनके परिवार की टिशा भी हादसे के वक्त गेम जोन में मौजूद रहेंगे। नवविवाहित जोड़ा गिर सोमनाथ जिले का निवासी था। विवेक और खुशाली की दो महीने पहले ही शादी हुई थी। रविवार को एनडीआरएफ और स्निफर डॉग्स ने घटनास्थल की जांच की और यह सुनिश्चित किया कि अब वहां कोई शव नहीं है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि लापता लोगों को भी मृतकों में गिना गया है। हालांकि अभी तक मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है और उनकी पहचान के लिए डीएनए सैंपल लेकर गांधीनगर स्थित फोरेंसिक लैब भेजे गए हैं।