पीएम मोदी और ‘एजेंडा टोली’ पर ‘सामना” का निशाना, भाजपाई ‘मणिपुर फाइल्स’ का का ‘पब्लिक शो’ लगाएंगे?
मणिपुर हिंसा और दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना को लेकर उद्धव गुट ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए पीएम मोदी और ‘एजेंडा टोली’ पर निशाना साधा है.
सामना के संपादकीय में लिखा गया कि अगर सुप्रीम कोर्ट ने मणिपुर हिंसा पर खुद संज्ञान नहीं लिया होता तो प्रधानमंत्री मोदी इस गंभीर मुद्दे पर अपना मुंह नहीं खोलते. गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए केंद्र और राज्य सरकार को फटकार लगाई. दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने का वीडियो विचलित करने वाला है. कोर्ट ने चेतावनी दी, ‘केंद्र और राज्य सरकारें कार्रवाई करें, नहीं तो कोर्ट हस्तक्षेप करेगा’ और पीएम मोदी को मणिपुर हिंसा पर अपनी 80 दिन की चुप्पी तोड़नी पड़ी.
अंत में सवाल पूछा गया है कि क्या ‘केरल स्टोरी’ का ‘पब्लिक शो’ दिखाने वाले बीजेपी के लोग ‘मणिपुर फाइल्स’ जैसा ही पब्लिक शो दिखाने की हिम्मत करेंगे? क्या प्रधानमंत्री फिल्म ‘मणिपुर फाइल्स’ देखने की हिम्मत दिखाएंगे?
सामना में एनसीपी से बगावत कर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली बीजेपी-शिवसेना सरकार में शामिल हुए अजित पवार पर भी इशारों-इशारों में हमला बोला गया. लिखा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि मणिपुर घटना के उपद्रवियों को कतई माफ नहीं किया जाएगा. अब माफ नहीं करेंगे इसका मतलब क्या है? भ्रष्टाचारियों को माफ नहीं करेंगे, ये मोदी की गारंटी है. पीएम मोदी ने ये दावा किया था. अगले ही दिन उन्होंने कई भ्रष्ट भ्रष्टाचारियों को भाजपा में शामिल कर लिया और उन्हें मंत्री बना दिया. इसलिए प्रधानमंत्री की बातों को कितनी गंभीरता से लिया जाना चाहिए?