राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने देश में हिंसक जिहाद छेड़कर भारत सरकार को उखाड़ फेंककर खिलाफत की स्थापना करने के मामले में तमिलनाडु हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) मामले में प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार किया। एनआईए अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि मंगलवार को तमिलनाडु से एचयूटी के फैजुल रहमान को गिरफ्तार किया। वह अब एनआईए की हिरासत में सातवां आरोपी है।
एनआईए प्रवक्ता ने कहा कि यह मामला हमीद हुसैन और अन्य आरोपियों की ओर से भारत विरोधी संगठन की विचारधारा को बढ़ावा देकर असंतोष और अलगाववाद फैलाने की साजिश से जुड़़ा है। रहमान गिरोह के अन्य गिरफ्तार सदस्यों के साथ अलगाववाद का प्रचार करने और कश्मीर को आजाद कराने के लिए पाकिस्तान से सैन्य सहायता प्राप्त करने में सक्रिय रूप से शामिल था।
साजिश का गुप्त उद्देश्य हिंसक जिहाद छेड़कर भारत सरकार को उखाड़ फेंककर खिलाफत की स्थापना करना था। रहमान व अन्य लोगों ने दुष्प्रचार फैलाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया। इन लोगों ने मतदान के खिलाफ अभियान चलाया, हिज्ब-उत-तहरीर की विचारधारा के अनुसार इसे ‘गैर-इस्लामी व हराम’ करार दिया। एनआईए ने जुलाई 2024 में चेन्नई पुलिस से इस मामले की जांच अपने हाथ में ली थी।