नई दिल्ली: देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के सीएम से साफ शब्दों में कहा कि कोरोना के सेकंड पीक को तुरंत रोकना होगा।
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ममता, बघेल नहीं हुए शामिल
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री ने देश के अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ ऑनलाइन बैठक की. इस मीटिंग में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल नहीं हुए. पीएम की इस मीटिंग में देश में कोविड के हालात पर प्रेजेंटेशन दिया गया, जिसमें बताया गया है कि देश के 70 जिलों में कोरोना 150 प्रतिशत से ज्यादा कोरोना बढ़ा है.
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पहले जैसी सतर्कता दिखाई जाने की ज़रुरत
प्रेजेंटेशन के बाद प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि कोरोना को लेकर अभी भी उतनी ही सतर्कता और गंभीरता दिखाने की जरूरत है, जितनी एक साल से दिखाई जा रही है. उन्होंने कहा कि टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट को लेकर उतनी ही गंभीरता दिखाई जाए और छोटे शहरों में टेस्टिंग बढ़ाई जाए.
महाराष्ट्र की हालत ज़्यादा चिंताजनक
महाराष्ट्र की हालत ज्यादा चिंताजनक है. यहां पहले की तुलना में अभी एक दिन में लगभग दोगुने मामले सामने आ रहे हैं. अभी 60 प्रतिशत एक्टिव मामले और मृत्यु के 45 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र में हैं. ये 15 मार्च तक के आकड़ों के मुताबिक की स्थिति है.
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यूपी समेत कई राज्य रैपिड एंटीजन टेस्ट के भरोसे
PM ने कहा कि कई राज्यों में रैपिड एंटीजन टेस्टिंग पर ही ज़्यादा बल दिया जा रहा है और उसी भरोसे गाड़ी चल रही है, जैसे केरल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, यूपी। हमें देश के सभी राज्यों में आरटी-पीसीआर टेस्ट बढ़ाने पर जोर देना होगा।