टाटा के नाम 18,000 करोड़ रुपये, टाटा संस ने घाटे में चल रही है Air India को 18,000 करोड़ रुपये में खरीद लिया है. सरकार के विनिवेश कार्यक्रम की जिम्मेदारी देखने वाले विभाग DIPAM के सचिव तुहिन कांत पांडे और और नागर विमानन मंत्रालय सचिव राजीव बंसल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी. इस दौड़ में टाटा संस के अलावा SpiceJet के अजय सिंह के नेतृत्व वाला कंसोर्टियम भी शामिल था. अजय सिंह के कंसोर्टियम ने 15,100 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी.
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Air India का मालिकाना हक मिलने के बाद नए मालिक को इससे जुड़े नाम और लोगो को 5 साल तक संभाल कर रखना होगा. पांडे ने बताया कि Tata Sons चाहे तो 5 साल बाद Air India के नाम और लोगो को ट्रांसफर कर सकती है, लेकिन इसमें एक शर्त रखी गई है कि ये नाम और लोगो किसी भारतीय इकाई या व्यक्ति को ही दिया जा सकेगा. कोई भी विदेशी व्यक्ति या इकाई इसे हासिल नहीं कर सकेगी.
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Air India की शुरुआत 1932 में टाटा ग्रुप ने ही की थी. जे. आर. डी. टाटा जो खुद एक कुशल पायलट थे, उन्होंने Tata Airlines के रूप में इसे शुरू किया था. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद भारत से सामान्य हवाई सेवा की शुरुआत हुई और तब Air India को सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी बना दिया गया. वर्ष 1947 में देश की आज़ादी के बाद एक राष्ट्रीय एयरलाइंस की जरूरत महसूस हुई और भारत सरकार ने Air India में 49% हिस्सेदारी अधिग्रहण कर ली.
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इसके बाद 1953 में भारत सरकार ने एयर कॉरपोरेशन एक्ट पास किया और सरकार ने Tata Group से इस कंपनी में बहुलांश हिस्सेदारी खरीद ली. इस तरह Air India पूरी तरह से एक सरकारी कंपनी बन गई.