पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को गिरफ्तार पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की। वहीं, एजेंसी पार्थ मुखर्जी और अर्पिता मुखर्जी के पास से बरामद किए गए मोबाइल फोन से डेटा निकालने में भी कामयाब रही है। ईडी ने मुखर्जी के पास से दो दर्ज से अधिक मोबाइल फोन जब्त किया है। इसमें वो भी मोबाइल शामिल है जिसके जरिए वो अर्पिता मुखर्जी से उनकी बातचीत होती थी।
ईडी अधिकारियों के मुताबिक, 22 जुलाई को छापेमारी के दौरान पार्थ मुखर्जी के दक्षिण कोलकाता के फ्लैट से कम से कम 28 मोबाइल फोन जब्त किए गए थे। ईडी के विशेषज्ञों को 2 अगस्त को उनके मोबाइल से डेटा निकालने में सफलता मिली है। अधिकारियों ने बताया कि मुखर्जी के फ्लैट से बरामद 28 मोबाइल में से सात काम कर रहे थे, तीन बिल्कुल नए थे जिनका इस्तेमाल नहीं हुआ था और 18 काम नहीं कर रहे थे। ईडी ने कहा कि मुखर्जी के फ्लैट से 1 टीबी क्षमता वाली दो हार्ड डिस्क भी जब्त की गई है।
दोनों के बीच 2012 में शुरू हुई थी पार्टनरशिपी
अधिकारियों ने कहा कि ईडी के पास उपलब्ध दस्तावेज बताते हैं कि दोनों के बीच साल 2012 में पार्टनरशिप शुरू हुई थी। पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के बीच 1 नवंबर 2012 को एक पार्टनशिपी की शुरुआत हुई थी। जिसके बाद मेसर्स एपीए यूटिलीट सर्विसेज नाम की एक कंपनी स्थापित की गई। ईडी के एक अधिकारी ने कहा, इस फर्म के नाम पर संपत्तियां खरीदी गईं, कभी-कभी नकदी का इस्तेमाल भी किया गया।
ईडी को नौ फ्लैट मिले, पांच अर्पिता के नाम
इस बीच गुरुवार को ईडी ने दक्षिण में पंडित्या रोड पर एक पॉश इलाके के घर में नए सिरे से छापेमारी की, जिसे अर्पिता मुखर्जी का फ्लैट माना जा रहा है। ईडी ने कोर्ट को बताया है कि उसे कम से कम नौ फ्लैंट मिले हैं जिनमें से पांच का मालिकान हक अर्पिता मुखर्जी के पास है। गुरुवार को जिस फ्लैट में छापामेरी की गई उसमें दो दरवाजे थे जिनमें से एक स्टील का बना था। दवारजे में लगे ताला को तोड़ने के लिए ताला बनाने वाले को बुलाना पड़ा था। ताला बनाने वाले ने संवाददाताओं से कहा कि स्टील के दरवाजे को चीन से मंगाया गया था और उनकी टीम ने इसे फिट किया था।
फ्लैट से बरामद हुए 500 ग्राम वजनी कंगन
एजेंसी ने अब तक की छापेमारी में 50 करोड़ रुपए नकदी के साथ-साथ सोने की छड़ें और कम से कम 5 करोड़ रुपए के गहने बरामद किए हैं। ईडी ने कहा है कि मुखर्जी के उत्तरी कोलकाता के फ्लैट से कम से कम छह कंगन मिले हैं जिनका वजन 500 ग्राम के आसपास है। कोई इतना भारी कंगन क्यों ऑर्डर करेगा? फिलहाल बरामद पैसे और गहने के स्रोत का पता लगाने के लिए जांच चल रही है। पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं। कोर्ट ने बुधवार को दोनों को पांच अगस्त तक हिरासत में भेजा दिया है।