कई महिलाओं के यौन शोषण और दुष्कर्म के आरोपों में घिरे जनता दल सेक्युलर (जेडी-एस) के पूर्व सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। दरअसल उन पर एक और एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह एफआईएआर यौन शोषण और आपराधिक धमकी देने को लेकर की गई है।
एफआईआर में कुल मिलाकर तीन लोगों के नाम शामिल हैं। इनमें हासन से भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक प्रीतम गौड़ा का नाम भी शामिल है। गौड़ा पर प्रज्ज्वल द्वारा पीड़िता के यौन शोषण के दौरान खींची गई तस्वीरों को साझा करने का आरोप है। इस नई एफआईआर के साथ प्रज्ज्वल पर अब तक कुल चार मामले दर्ज हो गए हैं। पुलिस सूत्रों ने कहा ‘प्रज्ज्वल के खिलाफ विशेष जांच दल (एसआईटी) ने एक नया मामला दर्ज किया गया है। एफआईआर में पूर्व भाजपा विधायक प्रीतम गौड़ा का नाम भी शामिल है। भारतीय दंड संहिता की धारा 355 ए (यौन उत्पीड़न), 354 बी (गलत इरादे से महिला पर हमला), 354 डी (पीछा करना), 506 (आपराधिक धमकी) और 66 ई के तहत मामला दर्ज किया गया है।’
31 मई को गिरफ्तार किए गए थे प्रज्ज्वल
पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल को लोकसभा चुनाव में हार का सामना भी करना पड़ा है। हासन लोकसभा सीट पर मतदान संपन्न होने के अगले दिन यानी 27 अप्रैल को प्रज्ज्वल जर्मनी चले गए थे। इसके बाद जब वे 31 मई को भारत लौटे तो एसआईटी ने उन्हें एयपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया था। प्रज्ज्वल के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने ‘ब्लू कॉर्नर’ नोटिस भी जारी किया गया था। प्रज्ज्वल रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न के तीन मामले दर्ज हैं। इसके अलावा उन पर कई महिलाओं से दुष्कर्म का भी आरोप है। जब पूर्व सांसद के खिलाफ मामले दर्ज किए गए, इसके बाद जेडी-एस ने उन्हें पार्टी से भी निलंबित कर दिया था।