कर्नाटक में एक महिला आईपीएस और आईएएस अधिकारी के बीच सार्वजनिक लड़ाई के बाद शर्मिंदगी का सामना कर रही कर्नाटक सरकार ने दोनों के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है। बोम्मई सरकार ने मंगलवार को दोनों अधिकारियों का बिना कहीं पोस्टिंग किए तबादला कर दिया। इससे पहले सोमवार को दोनों अधिकारियों ने एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए शिकायत की थी।
किया गया तबादला
दरअसल, IPS अधिकारी और कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम की प्रबंध निदेशक रूपा डी और IAS अधिकारी और हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त रोहिणी सिंधुरी दसारी ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए थे। अब, सरकार ने रूपा के पति मुनीश मौदगिल को तत्काल प्रभाव से कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग के प्रमुख सचिव के पद पर स्थानांतरित कर दिया है। जो अभी तक सर्वेक्षण बंदोबस्त एवं भू-अभिलेख विभाग के आयुक्त की जिम्मेदारी निभा रहे थे।
सरकार को करना पड़ा है शर्मिंदगी का सामना
दो वरिष्ठ महिला नौकरशाहों के बीच का विवाद सार्वजनिक होने के कारण सरकार को भारी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। कई मंत्रियों ने उनके आचरण के खिलाफ नाराजगी जाहिर की थी और सेवा नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी। सोमवार को खुद गृहमंत्री नरेंद्र अरागा ने इस मामले में दोनों अधिकारियों को कार्रवाई की चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि दोनों अधिकारियों का यह व्यवहार बहुत गलत है। उन्होंने इस मामले में राज्य के पुलिस प्रमुख व मुख्यमंत्री से भी बात की है।
IPS रूपा ने शेयर की IAS रोहिणी की निजी तस्वीरें
कर्नाटक की आईपीएस अधिकारी डी रूपा मौदगिल ने रविवार को अपने फेसबुक पेज पर आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी की तस्वीरें वायरल कर दीं। उन्होंने दावा किया कि महिला आईएएस अधिकारी ने पुरुष आईएएस अधिकारियों को अपनी निजी तस्वीरें भेजकर सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि रोहिणी सिंधुरी ने 2021 से 2022 के बीच तीन आईएएस अधिकारियों को ये तस्वीरें भेजी थीं।
भ्रष्टाचार के लगाए थे आरोप
रविवार को आईपीएस अधिकारी डी रूपा ने आईएएस सिंधुरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए थे। कहा था कि उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और मुख्य सचिव वंदिता शर्मा से की है।
सिंधुरी ने आरोपों को किया खारिज
तस्वीरें वायरल होने के बाद महिला आईएएस सिंधुरी ने आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि डी रूपा उनके खिलाफ एक झूठा अभियान चला रही हैं और उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा, अगर मैंने ये तस्वीरें आईएएस अधिकारियों को भेजी हैं, तो वह उनके नामों का वह खुलासा भी करें।
कहां से शुरू हुआ विवाद
यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ, जब एक रेस्टोरेंट में जनता दल के विधायक सा रा महेश के साथ आईएएस अधिकारी सिंधुरी की तस्वीरें वायरल हुईं। बता दें, 2021 में जब सिंधुरी मैसूर में तैनात थीं, तब दोनों ने एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए थे।