शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को आरोप लगाया कि गुजरात को मजबूत बनाने के लिए महाराष्ट्र से उद्योग-धंधे छीने जा रहे हैं। उन्होंने यह भी आशंका जताई कि मुंबई और आसपास के इलाकों में बसे उत्तर भारतीय प्रवासियों को रोजगार के लिए गुजरात जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
मीरा भायंदर इलाके में उत्तर भारतीयों के एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा,’आप में से ज्यादातर लोग चीनी और दूध की तरह स्थानीय लोगों के साथ घुलमिल जाते हैं। लेकिन सतर्क रहें। कोई इस रिश्ते को खराब करने के लिए नमक डाल देगा। शिवसेना को हमेशा अपने हिंदुत्व पर गर्व रहा है। लेकिन यह कभी भी अन्य धर्मों से नफरत करने के बारे में नहीं था।
‘रोजगार के लिए गुजरात जाने को मजबूर होना पड़ेगा’
उन्होंने कहा,’आप काम की तलाश में मुंबई आए थे। आपने काफी प्रयास किए और यहां बस गए। अब आपको रोजगार के लिए गुजरात जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।’ ठाकरे ने वहां मौजूद लोगों से ‘तानाशाही’ को खत्म करने के लिए जय श्री राम का नारा लगाने को कहा।
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब 10 दिन पहले गुजरात में थे। यहां की कारोबारी गतिविधियों को अब गुजरात ले जाया जा रहा है। ताकि उस राज्य को मजबूत किया जा सके। अगर वह गुजरात को मजबूत बनाना चाहते हैं तो वह ऐसा कर सकते हैं, लेकिन हमारे कारोबार को छीनकर नहीं।’