फ़िनलैण्ड के राष्ट्रपति ने बताया है कि जिस प्रकार से यूरोप यूक्रने के मामले में फंस चुका है उसको देखते हुए उसको निश्चित रूप में आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ेगा।
साओली नेनीस्तू ने रविवार की रात कहा कि न केवल फ़िनलैण्ड के लोगों को बल्कि यूरोपीय संघ के समस्त सदस्य देशों को यह बात समझनी होगी कि अर्थव्यवस्था में अब हर साल विकास नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि यह भी संभव है कि यह स्थति यूरोपीय एकता पर नकारात्मक प्रभाव डाले। फ़िनलैण्ड के राष्ट्रपति के अनुसार इसका कारण यह है कि विकास एकदम से रुक जाएगा जिसके परिणाम स्वरुप चुनौतियों में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि इन्हीं बातों के दृष्टिगत फिनलैण्ड को पूरी तरह से आत्मनिर्भर होना चाहिए।
साओली नेनीस्तू ने बताया कि यूक्रेन में बढ़ती झड़पों पर हमें नज़र रखनी होगी। याद रहे कि यूक्रेन संकट के बाद अमरीका का साथ देते हुए यूरोपीय संघ ने रूस के विरुद्ध कड़े प्रतिबंध लगाए। पश्चिम के इन प्रतिबंधों पर अपनी प्रतिक्रिया में रूस ने यूरोप के लिए जाने वाली गैस को रोक दिया।इससे यूरोप में ऊर्जा का संकट पैदा हो गया।
यूरोप में गैस के मूल्यों में 8 गुना वृद्धि हुई है और तेल के मूल्य भी बहुत बढ़ गए हैं। इस वजह से यूरोपीय संघ के सदस्य देशों में मंहगाई बढ़ गई जो पिछले कुछ दशकों में अभूतपूर्व है। इस प्रकार से रुस से टकराकर इस समय यूरोप को आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ रहा है।