ओडिशा विधानसभा में शुक्रवार को जोरदार हंगामा देखने को मिला। यहां बजट सत्र के दूसरे चरण के दौरान सदन में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों ने जमकर हंगामा काटा। इस दौरान दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने पूर्व मंत्री नबा किशोर दास की सीएम नवीन पटनायक के इस्तीफे की मांग की। गौरतलब है कि हंगामे की वजह से सदन को दो बार के लिए स्थगित भी किया गया था।
बता दें कि ओडिशा का बजट सत्र 21 फरवरी से शुरू हुआ था जो कि 2 मार्च से 9 मार्च तक के ब्रेक के साथ 6 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान विपक्ष ने पूर्व मंत्री नबा किशोर दास की हत्या का खुलासा करने में राज्य पुलिस की नाकामी पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से इस्तीफा की मांग कर रही है। नवीन पटनायक राज्य के मुख्यमंत्री होने के साथ गृह विभाग भी देख रहे हैं।
जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, कांग्रेस और भाजपा दोनों ही वेल में आकर मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करने लगे। जहां एक तरफ भाजपा ने इस घटना के लिए सीबीआई जांच तो वहीं कांग्रेस ने विशेष जांच दल (एसआईटी) बैठाने की मांग की। हंगामे के दौरान कांग्रेस सदस्यों ने अध्यक्ष के सामने एक कुर्सी पर खड़े होकर आंदोलन किया भाजपा भी इसमें पीछे नहीं रही और वेल से सरकार विरोधी नारे लगाने लगे।
सदन के बाहर कांग्रेस के प्रदीप बाहिनीपति ने कहा कि राज्य सरकार को नबा दास हत्याकांड की जांच के लिए एक एसआईटी नियुक्त करनी चाहिए क्योंकि अपराध शाखा मामले की जांच करने में पूरी तरह से विफल रही है। सीबीआई जांच केवल गोपाल दास केंद्रित है और साजिश के कोणों में कोई प्रगति नहीं है।”
भाजपा के मुख्य सचेतक मोहन मांझी ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि एक कैबिनेट मंत्री की हत्या को अब तक 41 दिन बीत चुके हैं और राज्य सरकार अपराध के मकसद को लेकर अंधेरे में है।