त्रिपुरा में कुछ दिन ईंधन का संकट देखने को मिल सकता है। दरअसल त्रिपुरा सरकार ने बुधवार से पेट्रोल और डीजल की बिक्री पर कुछ प्रतिबंध लगाए हैं क्योंकि मालगाड़ियों की आवाजाही बाधित होने के कारण पूर्वोत्तर राज्य में ईंधन का स्टॉक कम हो गया है। बता दें कि असम के जतिंगा में भारी भूस्खलन हुआ। इस वजह से त्रिपुरा की ओर जाने वाली मालगाड़ियों की आवाजाही प्रभावित हुई। 26 अप्रैल को मरम्मत का काम पूरा होने के बाद यहां फिलहाल यात्री ट्रेनों की आवाजाही तो शुरू हुई लेकिन रात के समय ट्रेनों के संचालन पर रोक लगाई गई है।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त सचिव निर्मल अधिकारी का कहना है कि राज्य में मालगाड़ियों की आवाजाही में व्यवधान पैदा होने की वजह से पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति में बाधा आई है। इसे देखते हुए 1 मई से अगले आदेश तक राज्य में ईंधन, पेट्रोल और डीजल की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है। विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार दोपहिया और तीन पहिया वाहन चालक एक दिन में अधिकतम 200 रुपये का पेट्रोल भरवा सकते हैं, जबकि चौपहिया वाहन चालकों के लिए यह सीमा 500 रुपये है।
‘एक दिन में एक बस में 60 लीटर से ज्यादा डीजल न भरा जाए’
राज्य के पेट्रोल पंप संचालकों से कहा गया है कि एक दिन में एक बस में 60 लीटर से ज्यादा डीजल न भरा जाए। इसके अलावा मिनी बसों में 40 लीटर और ऑटोरिक्शा और थ्री-व्हीलर में एक दिन में 15 लीटर डीजल भरा जा सकता है। रेलवे अधिकारी सब्यसाची डे का कहना है कि असम के जतिंगगा में भारी भूस्खलन की वजह से रेल लाइन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी।