देश में इन दिनों 2024 के लोकसभा चुनावों की हलचल शुरू हो गई है। भाजपा पीएम मोदी को एक बार फिर सत्ता में लाने का मिशन शुरू कर चुकी है तो विपक्षी दल गठबंधन बनाकर भाजपा को पछाड़ने की तैयारी कर रहे हैं। इस बीच राकांपा सुप्रीमो शरद पवार ने विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं को गुरुवार 23 को यहां आमंत्रित किया है ताकि आम हित और ईवीएम की प्रभावशीलता के मुद्दों पर चर्चा की जा सके। सूत्रों ने बताया कि बैठक शाम छह बजे होगी।
शरद पवार ने विपक्षी नेताओं को पत्र लिखा इसमें कहा कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के हित में हैं। साथ ही, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को सटीक होने की आवश्यकता है और उनकी प्रभावकारिता पर किसी भी संदेह को मुख्य चुनाव आयुक्त को सामने आकर इस बात का खंडन करना चाहिए।
पत्र में शरद पवार ने कहा कि विशेषज्ञों ने कहा है कि चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है और हम अनैतिक तत्वों द्वारा लोकतंत्र को अपहृत नहीं होने दे सकते। इसलिए, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के हित में, हमें एक साथ बैठना चाहिए और प्रख्यात आईटी पेशेवरों और क्रिप्टोग्राफरों द्वारा व्यक्त किए गए विचारों को सुनना चाहिए।
वहीं शरद पवार के कद को देखते हुए कई विपक्षी दलों के नेताओं के बैठक में शामिल होने की संभावना है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने हाल के दिनों में इस दिशा में कुछ प्रयास किए हैं। कांग्रेस का कहना है कि उसके बिना कोई विपक्षी गठबंधन नहीं हो सकता क्योंकि पार्टी का राष्ट्रीय प्रसार है।