सीमा सुरक्षा बल ने कहा कि मंगलवार को छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में पुलिस के साथ मुठभेड़ में कम से कम उनतीस नक्सली मारे गए।
“बड़ी संख्या में नक्सलियों को मार गिराया गया है…मैं सुरक्षा बलों के जवानों को बधाई देना चाहता हूं… हम सभी सीएम विष्णु देव साई के नेतृत्व में काम कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हमें मार्गदर्शन दे रहे हैं… जो भी जरूरी होगा, किया जाएगा. कोई ढिलाई नहीं होगी…आने वाले समय में नक्सल मुक्त बस्तर के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे…सरकार बातचीत के जरिए समाधान निकालने के लिए तैयार है चर्चा हो और बस्तर में शांति हो…” डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा.
मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में शीर्ष नेता शंकर राव भी शामिल है, जिसके सिर पर 25 लाख रुपये का इनाम था. उधर, मुठभेड़ में घायल तीन पुलिसकर्मी खतरे से बाहर हैं। घायल जवानों को बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर हायर सेंटर ले जाया जा रहा है।
सुरक्षाकर्मियों ने मौके से भारी मात्रा में एके 47 राइफल, इंसास/एसएलआर/कार्बाइन/.303 राइफल और भारी मात्रा में हथियार गोला बारूद बरामद किया।
केंद्रीय पुलिस बल ने बाद में एक बयान में कहा, कि विशिष्ट जानकारी के आधार पर, बीएसएफ ने जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के सहयोग से कांकेर के छोटेबेटिया पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में बिनागुंडा क्षेत्र में एक संयुक्त अभियान चलाया।
सुरक्षा बल के अधिकारी ने अधिक जानकारी देते हुए कहा कि छोटेबेटिया पुलिस थाना क्षेत्र के बीनागुंडा-कोरागुट्टा जंगलों के पास दोपहर करीब 2 बजे (आईएसटी) माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी शुरू हुई।
ऑपरेशन के दौरान, बीएसएफ टीम को विद्रोहियों की ओर से भारी गोलीबारी का सामना करना पड़ा। बीएसएफ ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलीबारी की, जिससे भीषण गोलीबारी हुई।
आईजी बस्तर पी सुंदरराज ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। उन्होंने कहा, “छोटेबेठिया थाना क्षेत्र के वन क्षेत्र में मुठभेड़ चल रही है।”
गौरतलब है कि इसी साल मार्च में कांकेर जिले में नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया था. पुलिस ने उसके कब्जे से एक बंदूक, विस्फोटक और अन्य सामग्री भी बरामद की।