साउथ अफ्रीका ने भारतीय टीम के खिलाफ खेले गए जोहानिसबर्ग टेस्ट में 7 विकेट से शानदार जीत दर्ज कर तीन टेस्ट की सीरीज 1-1 से बराबर की ली. इस मैच में टीम इंडिया ने 240 रन का टारगेट सेट किया था. इतना बड़ा टारगेट इससे पहले इस मैदान पर साउथ अफ्रीका टीम ने कभी हासिल नहीं किया था.
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इस मैच की दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाज बुरी तरह फ्लॉप साबित हुए. तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद सिराज में से कोई भी कमाल नहीं दिखा सका, जबकि पिच गेंदबाजों की मददगार थी. वहीं, स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी कमाल नहीं दिखा सके.
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मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 202 रन बनाए थे. जवाब में मेजबान साउथ अफ्रीका टीम ने 229 रन जड़ दिए. इसके बाद दूसरी पारी में भारतीय टीम ने 266 रन बनाए और साउथ अफ्रीका के सामने मैच के तीसरे दिन ही 240 रन का टारगेट सेट कर दिया था. इस मैदान पर इस मैच से पहले तक साउथ अफ्रीका ने 240 जितने बड़े टारगेट का पीछा नहीं किया था. ऐसे में मैच लगभग पूरी तरह से भारत की गिरफ्त में माना जा रहा था.
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टेस्ट के तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक साउथ अफ्रीका ने 2 विकेट गंवाकर 118 रन बना लिए थे. उसे 122 रन की जरूरत थी. डीन एल्गर क्रीज पर बड़े स्कोर के साथ जमे हुए थे. भारत को एल्गर के अलावा टेम्बा वबुमा का विकेट लेना था और मैच पकड़ में आ जाता, लेकिन भारतीय गेंदबाज विकेट नहीं ले सके और मैच गंवा दिया.
इस जोहानिसबर्ग टेस्ट में सिर्फ शार्दुल ठाकुर ही कमाल दिखा सके. उन्होंने पहली पारी में 61 रन देकर सबसे ज्यादा 7 विकेट झटके थे. दूसरी पारी में वे एक ही विकेट ले सके. इनके अलावा कोई भी भारतीय गेंदबाज अपना कमाल नहीं दिखा सका. पहली पारी में 2 विकेट लेने वाले मोहम्मद शमी ने सेकंड इनिंग में सिर्फ एक ही विकेट लिया. एक विकेट अश्विन को मिला. मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह पूरी तरह बेअसर दिखे.