राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक श्रीलंकाई और एक पाकिस्तानी से जुड़े हैदराबाद जासूसी मामले में घोषित अपराधी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी नुरूद्दीन उर्फ रफी इस मामले में जमानत मिलने के बाद फरार चल रहा था और उस पर 5 लाख रुपये का इनाम भी घोषित था।
एनआईए ने बताया कि उसकी एक टीम ने कर्नाटक के मैसूरू में राजीव नगर इलाके से नुरूद्दीन को धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद उसके घर की तलाशी भी ली गई। इस दौरान मोबाइल फोन, लैपटॉप, पेन ड्राइव, ड्रोन आदि समेत कई आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद की गईं। अगस्त 2023 में सख्त शर्ताें के तहत उसे जमानत दी गई थी लेकिन रिहा होने के बाद वह चेन्नई स्थित एनआईए की विशेष अदालत में पेश नहीं हुआ। इसके बाद नुरूद्दीन के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था। कोर्ट ने 7 मई 2024 को उसे भगोड़ा अपराधी (पीओ) घोषित कर दिया था।
मामला श्रीलंकाई नागरिक मुहम्मद साकिर हुसैन और श्रीलंका के कोलंबो में पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत पाकिस्तानी नागरिक अमीर जुबैर सिद्दीकी की ओर से रची एक आतंकी साजिश से संबंधित है। इन दोनों ने 2014 में चेन्नई में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास और बंगलूरू में इस्राइली दूतावास में विस्फोट करने की साजिश रची थी। एनआईए की जांच से पता चला है कि नुरूद्दीन आरोपी पाकिस्तानी नागरिक के इशारे पर नकली भारतीय मुद्रा नोटों के माध्यम से राष्ट्र विरोधी जासूसी गतिविधियों के वित्तपोषण में शामिल था।