सत्ताधारी गठबंधन की ओर से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि विपक्षी दल से अगले लोकसभा चुनाव में राज्य में काफी आगे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 400 सीटों का लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करने के लिए गठबंधन सिर्फ “मिशन-45” पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि मतदाता यह स्पष्ट रूप से समझ रहे हैं कि उन्हें किसे चुनना है, क्या वे “फेसबुक लाइव” पर सरकार चलाने वालों को चुनेंगे या फिर जमीनी स्तर पर काम करने वालों को।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि “पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल के दौरान कुछ काम नहीं हो रहा था। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार ‘फेसबुक लाइव’ पर चल रही थी। वे घर बैठकर ही सरकार चला रहे थे। क्या सिर्फ दो दिन सचिवालय जाने वाले मुख्यमंत्री के सहारे सरकार चलाई जा सकती है?” महाराष्ट्र में 80 लोकसभा सीटों के बाद सबसे ज्यादा 48 लोकसभा सीटें हैं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) गठबंधन का लक्ष्य कम से कम 45 सीटें जीतना है जिसे “मिशन-45” कहा जा रहा है।
महाराष्ट्र में गठबंधन के तहत भाजपा 28 सीटों पर चुनावी मैदान में है, शिवसेना 15 सीटों पर और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा चार सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं, वहीं एक सीट राष्ट्रीय समाज पक्ष (आरएसपी) को दी गई है। एक विशेष साक्षात्कार में शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग सत्ताधारी गठबंधन को उसके अच्छे काम, लंबे समय से रुकी कई परियोजनाओं को पूरा करने और बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा करने सहित अन्य कामों के लिए वोट दे रहे हैं।
यह पूछे जाने पर कि प्रधानमंत्री का महाराष्ट्र के लिए क्या दृष्टिकोण है और राज्य सरकार से उनकी क्या अपेक्षाएं हैं, शिंदे ने कहा, “वह (मोदी) महाराष्ट्र से बहुत प्यार करते हैं। वह हमेशा हमारे विकास एजेंडे पर हमारा समर्थन करते हैं।” असली शिवसेना के रूप में पहचान मिलने के बाद वह बालासाहेब ठाकरे की विरासत को कैसे आगे बढ़ा रहे हैं, इस सवाल पर शिंदे ने कहा कि राज्य के विकास के जरिए यह काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार वह है जो आम जनता के लिए बनी है। जब 2019 में चुनाव हुए तो लोगों का जनादेश भाजपा-शिवसेना सरकार के लिए था। लेकिन उन्होंने (उद्धव ठाकरे ने) मुख्यमंत्री की कुर्सी के लालच में बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को त्याग दिया।”
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा “हम अब बालासाहेब की विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं और यही इस सरकार की बुनियाद है। हमें अपने प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री से पूरा समर्थन मिल रहा है। हम जो काम कर रहे हैं, इतनी बड़ी-बड़ी योजनाएं हमने शुरू की हैं, उन सबका मुख्य एजेंडा विकास है और यही शिवसेना का असली एजेंडा है तथा बालासाहेब ने यही सपना देखा था।”