कन्नौज: बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) कार्यालय के भ्रष्ट बाबू विमल पाण्डेय को एंटीकरप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा, बाबू विमल पाण्डेय ने एरियर बिल बनाने के शिक्षक से रिश्वत ली थी, पीड़ित शिक्षक एरियर के लिए काफी दिनों से परेशान था जिसके चलते एंटीकरप्शन टीम ने भ्रष्ट बाबू को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुचाया ।
गिरफ्तारी के बाद भ्रष्ट बाबू ने बताया कि एरियर बिल में विभाग के उच्चाधिकारियों का भी हिस्सा होता है जिसे उन्हें कमीशन के रूप में पहुंचाया जाता है।
वहीं विमल पाण्डेय के नियुक्ति को ले कर फर्जीवाड़े का ममला भी प्रकाश में आ रहा है कि विमल पाण्डेय के नियुक्ति उसके मृतक आश्रित के रूप में उसका व उसके भाई की मृत्यू हुई थी, खबरों के मुताबिक वहीं इसका भाई मैनपुरी जिले में बीएसए कार्यालय में अपने पिता के स्थान पर मृतक आश्रित के रूप में अधिकारियों की मिली भगत से तैनात है।
वहीं सवाल ये उठता है कि इन दोनों भाइयों की नियुक्ति किस आधार पर हुई, क्या प्रदेश में ऐसे और भी विमल पाण्डेय शिक्षा विभाग में या अन्य विभाग में कार्यरत हैं जिनके माध्यम से भष्ट्राचार चरम पर है । आखिरकार ऐसे लोग किसके सरपरस्ती से सरकारी संस्थानों में तैनात होते हैं, और भष्ट्राचार फैलाते हैं, क्या योगी जी इस रैकेट को ध्वस्त करने के लिए अपना बुलडोजर चलवायेंगे ????