अमरीका को पहली बार पाकिस्तान की न, अफ़ग़ानिस्तान से अपने सैनिक निकालने के बाद, तालिबान पर ड्रोन हमले जारी रखने के लिए अमरीका ने पाकिस्तान से एयरबेस देने की मांग की थी, जिसे इस्लामाबाद ने ठुकरा दिया है।
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पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी का कहना है कि अमरीका को अफ़ग़ानिस्तान की धरती पर ड्रोन ऑप्रेशंस के लिए पाकिस्तान कोई सैन्य अड्डा या एयर बेस नहीं देने जा रहा है।
अमरीका को पहली बार पाकिस्तान की न
अपने नीतिगत बयान में क़ुरैशी ने सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि अतीत में अमरीका को दिए गए एयरबेस का ज़िक्र भूल जाएं, क्योंकि अब ऐसा नहीं किया जाए।
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अमरीका 11 सितम्बर से पहले अफ़ग़ानिस्तान से अपने सभी फ़ौजी बाहर निकालना चाहता है और अब वह मध्य और दक्षिण एशियाई देशों के साथ उनके सैन्य हवाई अड्डे इस्तेमाल करने के विषय पर बात कर रहा है।
2001 में अफ़ग़ानिस्तान पर हमला करने के बाद, अमरीका ने पाकिस्तान के सैन्य अड्डों से अफ़ग़ानिस्तान में 57,000 हमले किए हैं, जिनमें बच्चों और महिलाओं समेत हज़ारों अफ़ग़ान नागरिक मारे गए हैं।
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कुछ समय पहले ही पाकिस्तान सरकार ने जनता के दबाव में आकर अमरीकी सैन्य अड्डों को बंद किया था, अब अमरीका फिर से इन सैन्य अड्डों के इस्तेमाल के लिए कठिन प्रयास कर रहा है।
क़ुरैशी का कहना था कि सदन और पाकिस्तान की जनता मेरी बात याद रखे कि प्रधान मंत्री इमरान ख़ान के नेतृत्व में इस देश में अमरीका को कोई सैन्य अड्डा नहीं दिया जाएगा।