भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने सोमवार को लोकसभा में मांग की कि देश का नाम बदलकर भारत किया जाना चाहिए। सत्यपाल सिंह राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि संविधान के पहले पैराग्राफ में ‘इंडिया दैट इज भारत’ का जिक्र है।
उन्होंने कहा, ‘इंडिया शब्द का इस्तेमाल बंद होना चाहिए। देश का नाम भारत है, जो ज्ञान की शक्ति है। इस नाम (इंडिया) को बदल देना चाहिए।’ उत्तर प्रदेश के बागपत से लोकसभा सांसद सिंह ने कहा, ‘यह देश दुनिया में सबसे महान है। यहां तक कि देवताओं ने भी कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि हम भारत में पैदा हुए। इसलिए, देश का नाम बदलकर भारत कर देना चाहिए।’
शिक्षा राज्यमंत्री सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दी गई गारंटी की गारंटी है। उन्होंने कहा, हम देश से गरीबी खत्म करने के लिए मिलकर काम करेंगे। आतंकवाद और जातिवाद को खत्म करेंगे। हम 2047 तक भारत को आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाकर उसके पुराने गौरव को फिर लौटाएंगे।
उन्होंने कहा, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करोड़ों भक्तों की आस्था की अभिव्यक्ति है। देश में प्रधानमंत्री मोदी रामराज्य स्थापित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। सिंह ने कहा, हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक रामराज्य स्थापित नहीं हो जाता। महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान राम राज्य बनाने की बात कही थी। प्रधानमंत्री मोदी, महात्मा गांधी, महर्षि दयानंद और दीन दयाल उपाध्याय के आदर्शों का पालन कर रहे हैं और देश में राम राज्य की स्थापना के लिए काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक रामराज्य स्थापित नहीं हो जाता। महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान राम राज्य स्थापित करने की बात कही थी। प्रधानमंत्री महात्मा गांधी, महर्षि दयानंद और दीन दयाल उपाध्याय के आदर्शों का पालन कर रहे हैं और देश में राम राज्य की स्थापना के लिए काम कर रहे हैं।
वहीं, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सदस्य शताब्दी रॉय ने पच्चीस करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने के सरकार दावों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े कोरोना काल के दौरान के हैं, जब सर्वेक्षण नहीं किए गए थे। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी, महंगाई, बालिकाओं की सुरक्षा, किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), मणिपुर और रेल यात्रियों की तकलीफ जैसे मुद्दे राष्ट्रपति के अभिभाषण से गायब हैं। उन्होंने कहा, भाजपा सदस्य दावा कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी भगवान राम को वापस अयोध्या लाए हैं।
उन्होंने कहा, वह एक बहुत ताकतवर व्यक्ति हैं। वह भगवान को (अयोध्या वापस) ला सकते हैं। उनमें इतनी ताकत है कि वह भगवान को वापस ला सकते हैं। लेकिन, वह नीरव मोदी, मेहुल चोकसी या विजय माल्या जैसे भगोड़े लोगों को वापस नहीं ला सकते। वह काला धन वापस नहीं ला सकते। ये ऐसे सवाल हैं, जिनका देश सामना कर रहा है।