इंडोनेशिया के हैक्टिविस्ट गैंग ने एक बार फिर से भारत को बड़े साइबर अटैक की धमकी दी। इस धमकी को इंडोनेशिया के हैकिंग ग्रुप ‘जेनोसेक टीम’ की ओर से जारी किया गया। जिसमें देश के प्रधानमंत्री की ओर से कही गई कुछ बातों को आधार बनाकर साइबर हमले की धमकी दी गई। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने इंडोनेशिया के साइबर आतंकियों की साजिश को न सिर्फ उनकी योजना बनाते समय ही एक्सपोज किया, बल्कि उनके किसी भी मंसूबों को पूरी तरह नाकाम भी कर दिया। फिलहाल सुरक्षा एजेंसियों ने इस मामले में और अधिक सावधानी बरतते हुए देश की सभी प्रमुख एजेंसियों को अलर्ट जारी कर दिया है। लेकिन देश के साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैसे किसी भी हमले से निपटने के लिए न सिर्फ सक्षम हैं, बल्कि उनकी वेबसाइट भी पूरी तरीके से अपडेट हैं।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक दुनिया भर के अलग-अलग साइबर अटैक करने के लिए कुख्यात इंडोनेशिया के हैक्टिविस्ट गैंग ने भारत को निशाने पर लेने की साजिश रची। सूत्रों के मुताबिक हैकिंग ग्रुप जेनोसेक टीम ने अपने टेलीग्राम चैनल पर इसकी धमकी देनी शुरू की। इस दौरान हैक्टिविस्ट गैंग ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुसलमानों पर किए गए बयान का आधार बनाया। खुफिया एजेंसी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि साइबर हमले के लिए कुख्यात जेनोसेक टीम की ओर से देश के तमाम प्रमुख सरकारी और प्राइवेट संस्थाओं की वेबसाइट पर न सिर्फ अटैक करने की योजना बनाई, बल्कि अपने देश के साइबर स्पेस में बड़ी घुसपैठ का भी बड़ा प्लान बना लिया, जिसमें रोजाना हजारों वेबसाइट को ठप करने की प्लानिंग थी।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इंडोनेशियाई हैक्टिविस्ट गैंग ने 30 अप्रैल से भारत के खिलाफ हैशटैग ऑपरेशन इंडिया शुरू करने की तैयारी की। लेकिन इंडोनेशिया के हैक्टिविस्ट गैंग की साजिश का खुलासा देश की प्रमुख खुफिया एजेंसियों ने तब ही कर लिया, जब यह योजना बनाई जा रही थी। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों का कहना है कि देश की प्रमुख सुरक्षा एजेंसियों के माध्यम से हैक्टिविस्ट गैंग की साजिशों को जवाब देने का पुख्ता इंतजाम कर लिया गया है। नतीजा यह हुआ कि 30 अप्रैल से देश के साइबर स्पेस में होने वाले बड़े हमले को न सिर्फ नाकाम किया गया, बल्कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में बैठे हैकर्स ने इंडोनेशियाई हैकर्स गैंग के समर्थक देश में बड़ा साइबर अटैक कर दिया। सूत्रों के मुताबिक इंडोनेशिया हैकर्स की किसी कार्रवाई से पहले ही उनके ऊपर हुए हमले से वह खुद को ही बचाने में लग गए।
केंद्रीय खुफिया एजेंसी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि बावजूद इसके देश की तमाम अलग-अलग सुरक्षा एजेंसियों के माध्यम से देश के सरकारी और प्राइवेट संस्थाओं को पहले ही आगाह किया जा चुका था। साइबर एक्सपर्ट्स के मुताबिक हैक्टिविस्ट गैंग ने इससे पहले भी भारत को कई बार धमकियां दी हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के साइबर एक्सपर्ट्स के मुताबिक हमारे देश की सभी वेबसाइटें अपडेट हैं और ऐसे किसी भी खतरे से निपटने में पूरी तरह सक्षम भी हैं। साइबर एक्सपर्ट्स के मुताबिक पूरी दुनिया में धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश में यह गैंग अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूके और स्वीडन समेत इस्राइल जैसे कई देशों के साइबर स्पेस में घुसपैठ कर चुका है। लेकिन इसको कहीं पर कोई बड़ी कामयाबी हासिल नहीं हुई।