गुजरात में इन दिनों सियासी सरगर्मियां बढ़ी हुई हैं। कल यानी पांच दिसंबर को राज्य में दूसरे चरण का मतदान होगा। दूसरे चरण में 14 जिलों की 93 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। वहीं, मतदान से पहले अहमदाबाद में जामा मस्जिद के शाही इमाम शब्बीर अहमद सिद्दीकी ने अपने बयान से विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने राजनीतिक पार्टियों द्वारा मुस्लिम महिलाओं को टिकट देने को इस्लाम के खिलाफ बताया है। उन्होंने कहा कि इससे उनका धर्म कमजोर हो रहा है।
क्या बोले जामा मस्जिद के शाही इमाम
गुजरात विधानसभा चुनावों के बीच एक नया विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, अहमदाबाद में स्थित जामा मस्जिद के शाही इमाम ने मुस्लिम महिलाओं की राजनीति में सहभागिता को गलत ठहराया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को चुनावी टिकट देने वाले इस्लाम के खिलाफ हैं। इससे वे धर्म को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। शाही इमाम शब्बीर अहमद सिद्दीकी ने इस दौरान सवाल करते हुए कहा कि क्या कोई आदमी नहीं बचा है?
तीसरी पार्टी की राज्य में गुंजाइश नहीं
इससे पहले गुजरात में मुस्लिम वोटों को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा था कि राज्य के मुसलमानों और गुजरात में किसी तीसरी पार्टी के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा था कि पहले भी लोग आएं हैं पर चले नहीं। ऐसे में अगर किसी तीसरी पार्टी के चक्कर में आपने कांग्रेस से अदावत ले ली तो ये ठीक नहीं है, भाजपा से तो पहले से ही है।