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Friday, November 15, 2024

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उत्तर भारत में मौसम का कहर, चार की मौत; ओडिशा में भूस्खलन के बाद 18 गांवों से कटा संपर्क

उत्तर भारत में मौसम का कहर का देखने को मिल रहा है। बता दें कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में शनिवार को बारिश से संबंधित घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के नयी टिहरी में भूस्खलन में मां-बेटी की मौत हो गई, जबकि उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में गांव में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। पूर्वी राजस्थान के बड़े हिस्से में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई। चित्तौड़गढ़ में सबसे अधिक आठ सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।

दिल्ली समेत उत्तर-पश्चिम और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में बारिश हुई। दिल्ली में शाम को हुई बारिश से उमस से राहत मिली, लेकिन जलभराव और यातायात जाम की समस्या पैदा हो गई। दिल्ली में पूसा वेधशाला में 26.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई जबकि शहर का अधिकतम तापमान 36.3 डिग्री सेल्सियस रहा जो मौसम के औसत से 1.4 डिग्री अधिक था। दिल्ली पुलिस ने जलभराव के कारण प्रभावित सड़कों के बारे में अलर्ट जारी किया और यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग अपनाने की सलाह दी। आर्द्रता का स्तर 97 प्रतिशत से 72 प्रतिशत के बीच रहा। कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन के पास जलभराव के कारण अणुव्रत मार्ग पर दोनों तरफ यातायात प्रभावित हुआ।

महाराष्ट्र में 26 वर्षीय एक व्यक्ति का शव शनिवार को बरामद किया गया। वह 24 जुलाई को पुणे में मूसलाधार बारिश के दौरान बाढ़ के पानी में बह गया था। इसके साथ ही ऐसी घटनाओं में बुधवार से यहां मरने वालों की संख्या छह हो गई है। पुणे के साथ-साथ महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे और रायगढ़ में इस सप्ताह की शुरुआत में भारी बारिश हुई। नवी मुंबई में शनिवार को एक इमारत ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए।

इन राज्यों में मौसम विभाग का अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, पश्चिमी मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, उत्तराखंड, दक्षिण आंतरिक और तटीय कर्नाटक और ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा दर्ज की गई। हरियाणा-चंडीगढ़, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, केरल और माहे, कोंकण और गोवा, विदर्भ और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हुई।

उत्तराखंड बारिश के बाद बढ़ी आफत
उत्तराखंड के नयी टिहरी में बूढ़ाकेदार क्षेत्र में लगातार बारिश के बाद एक गांव में भूस्खलन में 42 वर्षीय एक महिला और उसकी नाबालिग बेटी की मौत हो गई। जिलाधिकारी (डीएम) मयूर दीक्षित ने बताया कि टोली गांव में पुलिस और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के कर्मियों द्वारा चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान सरिता देवी और 15 वर्षीय अंकिता के शव बरामद किए गए। धर्मगंगा नदी की तेज धारा में बूढ़ाकेदार में तीन दुकानें बह गईं। इसके अलावा कई पुल क्षतिग्रस्त हो गए, संपर्क मार्ग टूट गए और बिजली व पानी की आपूर्ति बाधित हो गई। 

जिलाधिकारी ने बताया कि नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। घनसाली के उप जिलाधिकारी अपूर्व सिंह ने बताया कि टोली में भूस्खलन के कारण एक गौशाला नष्ट हो गई जिसमें छह जानवर फंस गए। लगातार बारिश के कारण क्षेत्र में बालगंगा और धर्मगंगा नदियां उफान पर हैं। भिलंगना के खंड शिक्षा अधिकारी सुमेर सिंह कैंतुरा ने बताया कि एहतियात के तौर पर घनसाली क्षेत्र के स्कूलों को बंद कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि बूढ़ाकेदार के विभिन्न स्थानों पर पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश और टोली व भिगुन गांवों में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि झाला-बूढ़ाकेदार मार्ग पर एक पुल बह गया और बूढ़ाकेदार-जखाना और बूढ़ाकेदार-झाला मार्ग का 500 मीटर से अधिक हिस्सा बह गया। सोनप्रयाग-केदारनाथ मार्ग शनिवार को उफनती सोन नदी के कारण क्षतिग्रस्त हो गया जिससे यातायात बाधित हो गया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि सोनप्रयाग में सड़क मार्ग पर शटल सेवा पुल के पास यातायात बाधित है। उन्होंने बताया कि अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों का जलस्तर भी बढ़ रहा है।

जालौन जिले में गांव में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में उसरगांव गांव में खेत में बकरियां चराते समय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। क्षेत्राधिकारी (कालपी) देवेन्द्र पचौरी ने बताया कि बलराम (60) और भोले (40) की खेत में ही मौत हो गई जबकि राजेन्द्र और सुरेन्द्र पाल सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया है।

ओडिशा में भूस्खलन से 18 गांव राज्य के शेष हिस्सों से कटे
ओडिशा में भारी बारिश के बाद हुए एक भीषण भूस्खलन के कारण राज्य के मलकानगिरी जिले के 18 गांवों का संपर्क प्रदेश के अन्य हिस्सों से कट गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। भूस्खलन शनिवार दोपहर को मलकानगिरी जिले के कोरुकोंडा प्रखंड के अंतर्गत नाकामामुडी ग्राम पंचायत में बयापदर घाट मार्ग पर स्थित तुम्बा पदर गांव के पास हुआ। भारी बारिश के बीच मलकानगिरी और कोरापुट के लमातापुट और नंदपुर इलाकों में भूस्खलन की जानकारी मिली है जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) कार्यालय ने मलकानगिरी में भूस्खलन की पुष्टि की है। आधिकारिक बयान में बताया गया कि एसआरसी सत्यब्रत साहू ने मलकानगिरी के जिलाधिकारी के साथ चर्चा की है और सड़क को खोले जाने का काम जारी है। इसमें कहा गया है कि यातायात की आवाजाही शीघ्र ही बहाल कर दी जाएगी।

ओडिशा में मौसम विभाग ने और बारिश की संभावना जताई
इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बुलेटिन में कहा कि पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी क्षेत्र और इससे सटे उत्तरी ओडिशा के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से ओडिशा में 31 जुलाई तक भारी बारिश जारी रह सकती है। मौसम कार्यालय ने कहा कि रविवार सुबह तक मलकानगिरी, कोरापुट, नबरंगपुर, बोलांगीर, नुआपाड़ा, सोनपुर, झारसुगुड़ा, सुंदरगढ़, संबलपुर, क्योंझर, अंगुल, देवगढ़ और कालाहांडी जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा (सात से 11 सेमी) हो सकती है। आईएमडी ने रविवार को बंगाल की खाड़ी के ऊपर 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा के चलने की भी चेतावनी दी है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे समुद्र में न जाएं क्योंकि इसके अशांत रहने की संभावना है। आईएमडी ने 28 जुलाई को बरगढ़, झारसुगुड़ा, सुंदरगढ़, नुआपाड़ा और नबरंगपुर में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। आईएमडी ने कहा, अगले 24 घंटे (29 जुलाई) के दौरान क्योंझर, मयूरभंज और बालासोर में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। 31 जुलाई को क्योंझर, मयूरभंज, बालासोर, भद्रक और जाजपुर जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश होने की भी संभावना है।

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