मुंबई में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की सफाई करते समय चार लोगों की हुई मौत पर एनएचआरसी अलर्ट हो गया है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने महाराष्ट्र सरकार और राज्य पुलिस प्रमुख को नोटिस भेजा है। शनिवार को एक बयान जारी कर आयोग ने बताया कि चार सप्ताह में जवाब तलब किया है।
बयान के मुताबिक, आयोग ने एक मीडिया रिपोर्ट के आधार पर स्वत: संज्ञान लिया है, जिसमें बताया गया था कि मुंबई के विरार क्षेत्र में स्थित एक आवासीय टाउनशिप में निजी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की सफाई के दौरान जहरीली गैसों से चार लोगों का दम घुट गया, जिसमें उनकी मौत हो गई। घटना में सुरक्षा नियमों के उल्लंघन का कथित आरोप है। मृतकों की उम्र करीब 20 साल है। शुरुआती जांच के अनुसार, मृतक वसई क्षेत्र के निवासी थे। मृतक बिना किसी सुरक्षा उपायों के सीवेज प्लांट पहुंचे थे। आयोग ने कहा कि यदि मीडिया रिपोर्ट सही है तो यह मानवाधिकारों का उल्लंघन है।
लोगों में जागरुकता फैलाने की जिम्मेदारी सरकार की
बयान में आयोग ने आगे कहा कि मामले में ठेकेदार की ओर से लापरवाही स्पष्ट रूप में दिखाई दे रही है। पीड़ितों को निर्धारित मानदंडों और एनएचआरसी की सलाह का उल्लंघन करते हुए बिना सुरक्षा उपायों के काम करने के लिए नियुक्त किया गया था। सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वे लोगों के बीच जागरुकता फैलाएं की बिना सुरक्षा उपकरणों के ऐसे कार्यों को न किया जाए। महाराष्ट्र के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया गया है और उनसे विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।