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Saturday, May 4, 2024

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कांग्रेस मल्लिकार्जुन को आगे ला रही, सोनिया के सामने इन नेताओं ने माना, ‘सोलिल्लादा सरदारा’ हैं खरगे

सोनिया गांधी ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर लिखी गई पुस्तक, मल्लिकार्जुन खरगे: ‘पॉलिटिकल एंगेजमेंट विद कम्पैशन, जस्टिस एंड इनक्लूसिव डेवलपमेंट’ का बुधवार को विमोचन किया। नई दिल्ली के जवाहर भवन में आयोजित समारोह में सोनिया गांधी के अलावा विपक्ष के कई नेताओं ने खरगे की नेतृत्व क्षमता पर पूरा भरोसा जताया है। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मतदान होने के बाद और 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति के बीच कांग्रेस पार्टी, मल्लिकार्जुन खरगे को खामोशी से आगे ला रही है। सोनिया गांधी की मौजूदगी में विपक्षी नेताओं ने माना कि खरगे ही ‘सोलिल्लादा सरदारा’ (हार न मानन वाला लीडर) हैं।

कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खरगे पर लिखी गई पुस्तक के विमोचन समारोह में उन सभी प्रोटोकॉल को फॉलो किया, जो पार्टी के शीर्ष पद पर आसीन व्यक्ति के लिए करने होते हैं। जैसे, समारोह आरंभ होने से पहले सबसे पहले मंच पर मल्लिकार्जुन खरगे पहुंचे। उसके बाद सबसे आखिर में खरगे ने ही अपना संबोधन दिया। समारोह की समाप्ति पर मंच से नीचे उतरने के लिए खरगे ही सबसे पहले अपनी कुर्सी से उठे। उनके पीछे सोनिया गांधी रहीं। कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष ने कहा, राजनीतिक जीवन एवं राष्ट्र की लोकतांत्रिक यात्रा में खरगे का पचास साल का सफर शानदार रहा है। वे अपनी विचारधारा पर चलते रहे। उन्होंने एक बार भी समझौता नहीं किया। वे सदैव मूल्यों की राजनीति करते रहे हैं। इस लंबी यात्रा में उन्होंने अमिट छाप छोड़ी है। राष्ट्र की सेवा में खरगे ने बड़ा मुकाम हासिल किया है। जन सेवा में खरगे का इतना लंबा सफर, प्रेरणादायक है। सामान्य परिवार से आने वाले खरगे, सांप्रदायिकता से लड़े, धर्मनिरपेक्षता की राह पर चले और भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई। उनका विश्वास सभी के लिए अनुकरणीय है। 

आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा, खरगे एक ऐसे शख्स हैं, जो एक एक व्यक्ति की सुनते हैं। संसद में विपक्षी रणनीति पर चर्चा के दौरान उनकी खरगे से पहली मुलाकात हुई थी। तब देखा, वे सभी की सुनते हैं। आज गणतंत्र और खरगे की यात्रा, लगभग समानांतर सी हैं। सीताराम येचुरी ने कहा, खरगे की सबसे बड़ी खासियत है कि उनके पास ‘नफरत’ नहीं है। ‘इंडिया’ गठबंधन में उनकी पूरी विश्वसनीयता है। उनके नेतृत्व में ‘जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया’, यह मुहिम पूरी होगी। खरगे, सभी लोगों को साथ लेकर आगे बढ़ेंगे। समारोह को पूर्व केंद्रीय मंत्री टीआर बालू ने भी संबोधित किया। मल्लिकार्जुन खरगे पर लिखी गई इस किताब में विपक्षी दलों के नेताओं ने भी अपनी बात कही है। 

लोकसभा की पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किताब में खरगे की तारीफों के पुल बांधे हैं। सोनिया गांधी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, पूर्व उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, राहुल गांधी व शरद पवार सहित शीर्ष नेताओं ने इस किताब में खरगे की कार्यशैली की प्रशंसा की है। सुमित्रा महाजन ने लिखा, खरगे ने हमेशा युवा नेताओं को आगे बढ़ाया है। सोनिया गांधी ने कहा है, ‘कमजोर लोगों को सशक्त बनाने’ के खरगे के प्रयास सराहनीय हैं। राहुल गांधी ने लिखा, खरगे की खासियत है कि वे संगठन को अपने व्यक्तिगत हितों से ऊपर रखते हैं। समारोह में प्रियंका गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंद्र सुक्खू सहित कांग्रेस पार्टी के अनेक नेता मौजूद रहे। 

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