पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में भाजपा की महिला नेता को प्रताड़ित किया गया है। इस मामले में महिला ने राज्य की सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस के नेताओं पर आरोप लगाया है। वहीं भाजपा ने इस पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। अग्निमित्रा पॉल ने इस दौरान दावा किया कि स्थानीय इकाई के अल्पसंख्यक मोर्चा की अध्यक्ष महिला को 25 जून को तृणमूल कांग्रेस के बदमाशों ने पीटा और कपड़े उतार दिए, जब वो खेत में मवेशी चरा रही थी। वहीं भाजपा महासचिव ने कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री के शासन में मां, बहन और अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली एक महिला को एक स्थानीय तृणमूल नेता और उसके सहयोगियों ने सरेआम पीटा।
मामले में भाजपा की तरफ से आरोप लगाया कि एक महिला के खिलाफ इस तरह की हिंसा पर राज्य की पुलिस और सरकार आंखें मूंदे हुए हैं। हमें इस प्रशासन पर कोई भरोसा नहीं है। अग्निमित्रा पॉल ने कहा, हम सीबीआई जांच की मांग करते हैं। बता दें कि आज भाजपा नेत्री अग्निमित्रा पॉल और अन्य भाजपा नेताओं ने पुलिस लाइन के पास चौपटी में कुछ देर के लिए सड़क जाम किया और बाद में एडिशनल एसपी और पीड़ित महिला से मुलाकात की।
हालांकि मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ये मामला घरेलू विवाद का लगता है। मामले में एफआईआर में नामजद 10 में से सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है और बाकी के तीन आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
तृणमूल कांग्रेस का पलटवार
वहीं इस मामले में तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता पार्थ पार्थ प्रतिम रॉय ने भाजपा के दावों का खंडन करते हुए कहा कि भाजपा वाले कूचबिहार में लोकसभा चुनाव में हार के बाद पारिवारिक विवाद का राजनीतिकरण कर रहे हैं। जबकि टीएमसी के एक अन्य प्रवक्ता त्रिनंकुर भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा चुनाव में हार के बाद बंगाल में शांति को बाधित करने और राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए हर छोटी घटना का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है।
भाजपा का राज्य सरकार पर आरोप
इधर पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार फुटपाथ पर अतिक्रमण करने वाले फेरीवालों जैसे मुद्दों को अचानक उजागर करके वारदात से ध्यान भटका रही है। मैंने व्यक्तिगत रूप से पीड़ित महिला से बात की है। हम कोलकाता में पीड़ित महिला के इलाज की व्यवस्था कर रहे हैं।