तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू हमेशा ही आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी को घेरते नजर आते हैं। लेकिन इस बार वह सीएम के बचाव में उतरे हैं। उन्होंने रेड्डी पर एक बस यात्रा के दौरान हुए हमले की निंदा की। इसके साथ ही भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) से घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पूर्व मुख्यमंत्री नायडू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, ‘मैं सीएम पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं चुनाव आयोग से अनुरोध करता हूं कि इस घटना की निष्पक्ष जांच शुरू की जाए और जिम्मेदार अधिकारियों को सजा दी जाए।’
यह है मामला
सूत्रों के अनुसार, शनिवार शाम को विजयवाड़ा में ‘मेमंथा सिद्धम’ बस यात्रा के दौरान एक अज्ञात व्यक्ति ने मुख्यमंत्री पर एक पत्थर फेंक दिया था, जिससे उनकी बाईं भौंहें के ऊपर एक गहरा कट लग गया था। सीएम का तुरंत बस में प्राथमिक उपचार किया गया।
पार्टी सूत्रों ने आगे बताया कि हमले के बाद भी मुख्यमंत्री रेड्डी ने अपनी बस यात्रा जारी रखी।
विरोध-प्रदर्शन में सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए
इस बीच, सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी नेता और उत्तरी निर्वाचन क्षेत्र से आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के उम्मीदवार केके राजू ने मुख्यमंत्री पर हुए हमले के खिलाफ शनिवार को विजयवाड़ा में विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में सत्तारूढ़ पार्टी के सैकड़ों समर्थक शामिल हुए। राजू ने इस दौरान धरना भी दिया और हमले की निंदा करते हुए नारे लगाए। बता दें, राजू आंध्र प्रदेश के गैर-पारंपरिक ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (एनआरईडीसीएपी) के अध्यक्ष भी हैं।
रेड्डी पर हुए हमले की निंदा
हमले की साजिश रचने का दावा करते हुए वाईएसआरसीपी नेता ने पत्रकारों से कहा, ”इस हमले के पीछे टीडीपी और उसके सहयोगी दल (भाजपा और जेएसपी) हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के काफिले पर पथराव किया। राज्य के आईटी मंत्री गुडीवाड़ा अमरनाथ ने भी ‘मेमंथा सिद्धम’ रोड शो के दौरान विजयवाड़ा में सीएम जगन रेड्डी पर हुए हमले की निंदा की।
अगर आपको लगता है सीएम डरे हुए हैं…
उन्होंने कहा, ‘राज्य भर में वाईएसआरसीपी कार्यकर्ता और जगनमोहन रेड्डी के समर्थक दुनिया भर में हमारे मुख्यमंत्री पर इस हमले की निंदा कर रहे हैं। अगर आप (टीडीपी) सोचते हैं कि जगन चंद्रबाबू (टीडीपी पार्टी प्रमुख और पूर्व सीएम एन चंद्रबाबू नायडू) और उनके सहयोगियों द्वारा पुराने तरीके के हमलों से डरे हुए हैं, तो आप गलत हैं। उसी विजयवाड़ा इलाके में वांगावीती मोहन रंगा की हत्या के लिए जिम्मेदार टीडीपी ने आज सीएम जगन पर पथराव किया।’
88 सीटें जीतने की जरूरत
गौरतलब है कि तेलुगू देशम पार्टी, भाजपा और जन सेना पार्टी (जेएसपी) ने पहले घोषणा की थी कि वह राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनाव संयुक्त रूप से लड़ेंगी। राज्य में लोकसभा की 25 और विधानसभा की 175 सीटें हैं। आंध्र प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ 13 मई को होने हैं, वोटों की गिनती चार जून को होनी है। किसी भी पार्टी को राज्य में अपने दम पर सरकार बनाने के लिए 175 विधानसभा सीटों में से 88 सीटें जीतने की जरूरत है।