बिहार में नीतीश सरकार के नेतृत्व में महागठबंधन की नई सरकार बनने के बाद से ही आरजेडी कोटे के मंत्री विवादों में आ गए हैं। मंत्रियों की छवि सुधारने के लिए डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने लक्ष्मण रेखा खींच दी है। तेजस्वी ने आरजेडी के मंत्रियों से कहा कि कोई भी नई गाड़ी नहीं खरीदेंगे और साथ ही किसी भी कार्यकर्ता को अपने पैर नहीं छूने देंगे। साथ ही उन्हें ईमानदार रहने और शालीन व्यवहार करने की सलाह दी गई है।
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शनिवार को अपनी पार्टी के मंत्रियों के लिए दिशानिर्देश जारी किए। इसमें कहा गया कि आरजेडी कोटे के मंत्री अपने लिए विभाग में नई गाड़ी नहीं खरीदेंगे। साथ ही उम्र में उनसे बड़े कार्यकर्ता, समर्थक या किसी भी शख्स को पांव नहीं छूने देंगे। लोगों से शिष्टाचार भेंट करते वक्त हाथ जोड़कर नमस्ते या आदाब की परंपरा को ही बढ़ावा देंगे।
तेजस्वी ने कहा कि सभी मंत्री सौम्य और शालीन व्यवहार अपनाएं। सादगी से पेश आते हुए सभी जाति-धर्म के लोगों की मदद करें। किसी से भी भेंट के रूप में गुलदस्ता या फूल की बजाय किताब-कलम लेने के कल्चर को बढ़ावा दें।
मंत्रियों को ईमानदारी बरतने की सलाह
आरजेडी मंत्रियों के भ्रष्टाचार समेत अन्य आपराधिक मामलों से विवादों में आने के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सभी को ईमानदारी बरतने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि सभी मंत्री अपने विभागीय कार्यों में ईमानदारी, पारदर्शिता, तत्परता और तुरंत एक्शन की कार्यशैली को बढ़ावा दें। साथ ही अपने विभागों की योजनाओं और कार्यों का सोशल मीडिया पर लगातार प्रचार-प्रसार करें।
विवादों में आरजेडी के मंत्री
नई सरकार के गठन के बाद से ही नीतीश कैबिनेट में आरजेडी कोटे के मंत्री विवादों में हैं। कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह पर अपहरण केस में सरेंडर करने के बजाय राजभवन में जाकर शपथ लेने के आरोप लगे। विपक्ष ने कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के चावल गबन के पुराने मामले को मुद्दा बनाया, तो वहीं शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के एयरपोर्ट पर कारतूस ले जाने के पुराने मामले पर घेरा। हाल ही में सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस में गाली देते नजर आ रहे हैं।