कई महिलाओं के साथ दुष्कर्म और यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार पूर्व सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना की मुश्किलें और बढ़ गईं हैं। दरअसल बंगलूरू की एक अदालत ने प्रज्ज्वल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सोमवार को प्रज्ज्वल की हिरासत की अवधि पूरी हो गई थी। इसके बाद विशेष जांच दल (एसआटी) ने उन्हें अदालत में पेश किया। अदालत में एसआईटी ने हिरासत बढ़ाने की मांग की और इसके बाद प्रज्ज्वल को 14 दिन की हिरासत में भेज दिया गया।
पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल को लोकसभा चुनाव में हार का सामना भी करना पड़ा है। हासन लोकसभा सीट पर मतदान संपन्न होने के अगले दिन यानी 27 अप्रैल को प्रज्ज्वल जर्मनी चले गए थे। इसके बाद जब वे 31 मई को भारत लौटे तो एसआईटी ने उन्हें एयपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया था। प्रज्ज्वल के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने ‘ब्लू कॉर्नर’ नोटिस भी जारी किया गया था। प्रज्ज्वल रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न के तीन मामले दर्ज हैं। इसके अलावा उन पर कई महिलाओं से दुष्कर्म का भी आरोप है। जब पूर्व सांसद के खिलाफ मामले दर्ज किए गए, इसके बाद जेडी-एस ने उन्हें पार्टी से भी निलंबित कर दिया था।
यौन शोषण मामले में फंसे प्रज्ज्वल रेवन्ना के भाई और जनता दल सेक्युलर (जेडी-एस) नेता सूरज रेवन्ना की मुश्किलें भी बढ़ गईं हैं। दरअसल बंगलूरू की एक अदालत ने सूरज को 1 जुलाई तक आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) की हिरासत में भेज दिया है। बता दें कि सूरज रेवन्ना पर जेडी-एस के पुरुष कार्यकर्ता के यौन शोषण का आरोप है। उन्हें 23 जून को गिरफ्तार किया गया था। सीआईडी ने अदालत से सूरज की रिमांड बढ़ाने का अनुरोध किया था।