महाराष्ट्र विधानसभा में आज बहुमत साबित करने के बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र ने स्वीकार किया कि हाँ , यह ED सरकार है. उन्होंने कहा कि जी हाँ यह एकनाथ-देवेंद्र की सरकार है . उन्होंने कहा कि आरोप लगाए जा रहे हैं कि सरकार बदलने के लिए ED का दुरुपयोग किया. इसका आरोप पर उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और खुद के नाम का इस्तेमाल करते हुए पलटवार किया.
निडर, निष्पक्ष, निर्भीक चुनिंदा खबरों को पढने के लिए यहाँ >> क्लिक <<करें
बता दें कि महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट के दौरान जब शिवसेना बागी एकनाथ शिंदे का समर्थन कर रहे थे तो विपक्षी विधायक ‘ईडी, ईडी’ के नारे लगा रहे थे. बता दें कि एकनाथ शिंदे को 164 मिले, जबकि सरकार के खिलाफ 99 वोट पड़े हैं. ऐसे ही नारे रविवार को विधानसभा स्पीकर के चुनाव के दौरान लगे थे. शिंदे गुट में शामिल शिवसेना के कुछ विधायक और उनके परिवार के सदस्य ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं.
अधिक महत्वपूर्ण जानकारियों / खबरों के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें
जब से शिंदे खेमे की बगावत शुरू हुई है ठाकरे टीम का कहना है कि ईडी का दुरुपयोग पार्टी के विधायकों पर भाजपा समर्थित बगावत में दबाव बनाने के लिए किया गया था. इन आरोपों पर पलटवार करते हुए फडणवीस ने जिक्र किया कि भाजपा-शिवसेना के चुनाव पूर्व गठबंधन को 2019 में जनादेश मिला था, लेकिन बहुमत जानबूझकर हमसे छीन लिया गया.’ वह उद्धव ठाकरे की शिवसेना का जिक्र कर रहे थे, जिन्होंने कांग्रेस और राकांपा के साथ सरकार बनाने के लिए भाजपा को छोड़ दिया था.
‘लोकल न्यूज’ प्लेटफॉर्म के माध्यम से ‘नागरिक पत्रकारिता’ का हिस्सा बनने के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें
पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, मैं अपनी पार्टी के आदेश के अनुसार डिप्टी सीएम बना. मैं घर पर भी बैठ जाता अगर पार्टी ने मुझे बोला होता. बता दें कि 2019 में हुए विधानसभा चुनावों से पहले अपने भावुक बयान ‘मैं वापस आऊंगा’ को लेकर ट्रोलिंग का सामना करने वाले राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि वह ऐसे ‘ट्रोलर्स’ को माफ करके अपना बदला लेंगे.