कांग्रेस पार्टी पर अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में बच्चों का राजनीतिक टूल के तौर इस्तेमाल करने का आरोप लगा है। इन आरोपों को लेकर पार्टी ने सोमवार को चुनाव आयोग में अपना पक्ष रखा। कांग्रेस ने सोमवार को निर्वाचन आयोग से कहा कि उसकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की शिकायत बचकाना हरकत है क्योंकि इस यात्रा में बच्चों का इस्तेमाल नहीं किया गया और किसी तरह से कानून का उल्लंघन नहीं हुआ। पार्टी महासचिव जयराम रमेश और पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के एक शिष्टमंडल ने निर्वाचन आयोग पहुंचकर उसके नोटिस का जवाब सौंपा।
रमेश ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम आयोग के सदस्यों से मिले। हमने कहा है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से जन प्रतिनिधित्व कानून या किसी तरह की आचार संहिता का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है। फिर समझ नहीं आ रहा है कि हमें नोटिस क्यों दिया गया?’’ उन्होंने बताया, ‘‘हमने आयोग के समक्ष दस्तावेज पेश किया। एनसीपीसीआर ने बचकानी हरकत की। उसकी ओर से कहा गया कि यात्रा में बच्चों का इस्तेमाल हुआ, जबकि ऐसा नहीं है। लोग हजारों की संख्या में आते हैं उसमें युवा, महिलाएं और बच्चे आते हैं।’’
रमेश के अनुसार, यात्रा में कोई गैरकानूनी काम नहीं हो रहा, कोई चुनाव प्रचार नहीं हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया किया, ‘‘2007 में एनसीपीसीआर का गठन किया गया था। पहली बार एनसीपीसीआर की अध्यक्षता आरएसएस और भाजपा का एक कार्यकर्ता कर रहा है।’’ रमेश ने दावा किया कि राहुल गांधी के साथ बच्ची की तस्वीरों को प्रसारित करके और आपत्तिजनक बातें लिखकर भाजपा के लोग कानून का उल्लंघन करते हैं। एनसीपीसीआर ने पिछने महीने निर्वाचन आयोग से कहा था कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में ‘बच्चों का कथित रूप से राजनीतिक साधन के रुप में दुरुपयोग करने’ के मामले में पार्टी और उसके नेता राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत पर आवश्यक कार्रवाई तथा जांच की जाए।