पश्चिम बंगाल में डॉक्टर दुष्कर्म-हत्याकांड के करीब तीन सप्ताह बाद भी तनाव जारी है। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की इस घटना को लेकर छात्र संगठनों और विपक्षी दलों ने सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। बंगाल भाजपा ने बुधवार को राज्यभर में बंद का आह्वान किया। इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोला।
टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि भाजपा का बंद पूरी तरह से फ्लॉप रहा। महज एक दो इलाकों में कम लोग दिखे। रेलवे लाइन को बाधित कर देने से कुछ दुकानें और बाजार थोड़ी देर से खुले। मगर इसे कोई जन समर्थन नहीं मिला। उन्होंने कहा कि औद्योगिक बेल्ट में 85% से अधिक उपस्थिति रही। चाय बागान में उपस्थिति 80% से ऊपर रही और आईटी क्षेत्र में उपस्थिति 100% रही। इसलिए बंद सामान्य रहा।
घोष ने कहा कि हम भी आरजी कर मामले में न्याय चाहते हैं। कलकत्ता पुलिस ने मामले में व्यक्ति को गिरफ्तार किया था, लेकिन सीबीआई अब तक एक भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। कोलकाता में नबन्ना अभियान पर उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह राजनीति से प्रेरित था। छात्रों को सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआई कार्यालय जाना चाहिए था, क्योंकि मामले की जांच सीबीआई कर रही है। मामला सुप्रीम कोर्ट में है। मगर वह नबन्ना जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारत के किसी अन्य राज्य में जब यह सब होता है तो कोई सीएम इस्तीफा नहीं देता। अब तक कितने सीएम ने इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि नबन्ना अभियान की आड़ में 3000 से ज्यादा लोगों ने गुंडागर्दी की। पुलिस पर हमला किया और बैरिकेड तोड़ दिए।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर से कथित दुष्कर्म और उसकी हत्या के विरोध में देशभर नाराजगी है। इस बीच बीते दिन राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ तक प्रदर्शनकारियों के पहुंचने के प्रयासों के दौरान कई स्थानों पर पुलिस के साथ झड़पें हुईं। कोलकाता और हावड़ा की सड़कों पर बड़े पैमाने पर हिंसा हुई। राज्यभर में 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।